KNEWS DESK- सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान पर एक्शन लेते हुए उनके रामपुर में स्थित दारुल अवाम दफ्तर को सील किया गया है| साथ ही रामपुर के सपा कार्यालय से नेताओं को बाहर निकालकर वहां भी ताला लगाया गया है| इस मामले पर रामपुर एएसपी ने कहा- माध्यमिक शिक्षा अधिकारी की तरफ से यह ताला लगाया गया है| रामपुर पब्लिक स्कूल और दारुल अवाम स्कूल पर ताला लगाया है|
सपा के महासचिव मोहम्मद आजम खान सीतापुर जेल में सजा काट रहे हैं, रामपुर स्थित उनका दारुल आवाम दफ्तर जहां से सपा के रामपुर में सब काम होते थे और आजम खान भी यहीं बैठते थे| उसे आज रामपुर पुलिस और प्रशासन ने सील कर दिया है और सपा के सभी नेताओं को दफ्तर से बाहर कर दिया गया| इस मौके पर सुरक्षा पर काफी ध्यान दिया गया है| यूपी सरकार ने कैबिनेट के फैसले से मौहम्मद अली जौहर ट्रस्ट की जो लीज थी उसको निरस्त कर दिया था|
वहीं सपा के शासन काल में आजम खान को 100 रुपये साल के हिसाब से 41 हजार वर्ग फुट जगह माध्यमिक शिक्षा विभाग से लीज पर मिली थी| इसका उद्देश्य था आजम खान के जौहर यूनिवर्सिटी निर्माण के लिए मौहम्मद अली जौहर ट्रस्ट को एक ऑफिस की जरुरत थी| उस ऑफिस को खोलने के लिए आजम खान ने समाजवादी पार्टी की सरकार के समय लीज पर ली थी| इसके लिए 100 रुपये सालाना के हिसाब से दो लीज लिखी गई थी, जिसमें एक लगभग 16 हजार वर्ग फुट की लीज थी और दूसरी 25 हजार वर्ग फुट जमीन की लीज थी, दोनों जमीनें आपस में मिली हुई हैं| जिसमें रामपुर पब्लिक स्कूल और सपा का दफ्तर संचालित हो रहा था|
यूपी सरकार ने नियम और शर्तों का उल्लंघन करने के आरोप में आजम खान के मौहम्मद अली जौहर ट्रस्ट की दोनों लीजों को निरस्त कर दिया था| उसके बाद आज पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में संपत्तियां आजम खान के कब्जे से मुक्त कराकर माध्यमिक शिक्षा विभाग के कब्जे में दे दी गई हैं| दोनों संपत्तियों पर सील लग चुकी है|
इस मौके पर मौजूद सपा के नेताओं का कहना है- जो दफ्तर समाजवादी पार्टी का है उसे उन्होंने किसी और से लीज पर ले रखा है| हालांकि पुलिस और प्रशासन का कहना है कि दोनों जगह सरकारी जगह हैं और ये माध्यमिक शिक्षा विभाग की जगह थी, जो समाजवादी पार्टी के शासनकाल में लीज पर दी गई थीं|
आपको बता दें कि सपा के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खान, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम को 18 अक्टूबर को रामपुर की एक अदालत ने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में दोषी ठहराते हुए सात साल की जेल सजा सुनाई थी| इसके बाद आजम खान को रामपुर जेल से सीतापुर जेल में भेज दिया गया और आजम खान के बेटे को हरदोई जेल में शिफ्ट कर दिया गया है लेकिन उनकी पत्नी तंजीन फातिमा रामपुर जेल में ही रहेंगी|