KNEWS DESK… ऐलानाबाद शहर के सिरसा रोड स्थित रिलायंस काॅलोनी में रहने वाले समाजसेवी करनैल सिंह ने राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री मोदी से अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए इच्छा मृत्यु के लिए पत्र भेजा है।
दरअसल आपको बता दें कि समाजसेवी करनैल सिंह ने बताया कि वह लंबे समय से तहसील कार्यालय व SDM कार्यालय से प्रताड़ित हो रहे है। जो कि अब उनके लिए यह असहनीय हो गई है। ऐसे में लोकतांत्रिक देश में अन्याय सहन कर रोज मरने से तो एक दिन मरना बेहतर है। इसलिए उन्होंने न्याय की मांग करते हुए की उनकी मौत एक रिकार्ड बन सके और उनकी मौत के बाद किसी भी सरकारी कार्यालय में कोई अन्य करनैल सिंह जैसा ना प्रताड़ित हो। करनैल सिंह ने कहा कि वह बिना इच्छा मृत्यु की मांग के भी अपनी जीवन लीला समाप्त कर सकते है, लेकिन वह यह भी जानते है कि आत्महत्या करना केवल कायरता नहीं बल्कि एक कानूनन अपराध है। इसलिए वह कायर और अपराधी बनकर मरना नहीं चाहते है। कुरनैन साबित करना चाहते है कि हर हाल में सत्य की जीत होगी।
तहसील में प्लॉट का नहीं किया गया रजिस्ट्री
समाजसेवी करनैल ने बताया कि उनके साथ कार्यालय में शोषण हुआ है। जिसे लेकर वह लंबे समय से न्याय की लड़ाई लड़ रहे है, लेकिन अंतिम लड़ाई में उसके पुत्र से फैमिली सेटलमेंट में ब्लड रिलेशन में एक मकान अपने नाम करवाने के लिए रजिस्ट्री करवानी थी। इस दौरान टोकन कटने के बाद भी बेवजह के कारणों से पहले रजिस्ट्री क्लर्क और बाद में तहसीलदार ने भी यह रजिस्ट्री करने से इनकार कर दिया। वह एक सीनियर सिटीजन है और उन्हें डर सता रहा है कि भविष्य में उसके बेटे की नीयत में भी फर्क आ गया तो उन्हें वृद्धाश्रम में रहने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है। इस तरह से उनके प्लॉट की रजिस्ट्री नहीं कर तहसीलदार व रजिस्ट्री क्लर्क प्रताड़ित करने से वह मानसिक रूप से टूट गए है। जिसके चलते उन्होंने इच्छामृत्यु की मांग की है।
इस मामले को लेकर ऐलनाबाद के तहसीलदार विवेक गोयल से फोन पर बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि करनैल सिंह ऐलनाबाद तहसील कार्यालय में रजिस्ट्री के लिए आए थे, लेकिन उस दिन ऐलनाबाद तहसील में तहसीलदार का पदभार नहीं था और उनका तबादला हो जाने के चलते वह रजिस्ट्री नहीं कर पाए। जिसके चलते उन्होंने रजिस्ट्री पर कोई साइन नहीं किया था।