KNEWSDESK- मध्यप्रदेश में चुनाव की तारीख करीब आ रही है। ऐसे में राजनीतिक दल में सीट बंटवारे को लेकर माथा पची हो रही है। इसी कड़ी में इंडिया गठबंधन क्षेत्रीय दलों को अपनी तरफ लाने की कोशिश कर रही है, वहीं विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और इन दलों में सीट को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है। सपा और जेडीयू ने कांग्रेस से अलग अपने उम्मीदवार उतारे हैं। अब रालोद को लेकर भी चर्चा शुरु हो गई है, क्योंकि कांग्रेस ने अनूपगढ़ की सीट से अपना उम्मीदवार उतार दिया है। ऐसा बताया जा रहा है कि इस सीट पर रालोद अपना उम्मीदवार उतारना चाहती थी। अभी तक रालोद की इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
आपको बता दें कि कांग्रेस ने उम्मीदवारों की एक सूची जारी की। इस सूची में कांग्रेस ने अनूपगढ़ सीट से एक महिला उम्मीदवार को चुनावी मैदान में उतारा, वहीं रालोद को यह सीट की मांग की थी। ऐसा बताया जा रहा है कि रालोद 4 से 5 सीटों की मांग कर रही थी। इसमें भरतपुर , अनूपगढ़ , मालपुरा , उदयपुरवाटी , सरदारशहर की सीट शामिल थी। दरअसल रालोद जाट बाहुल्य सीट पर अपना उम्मीदवार उतारना चाहती थी, लेकिन कांग्रेस ने अनूपगढ़ सीट पर अपना उम्मीदवार उतार दिया। अन्दर खाने खबर है कि कांग्रेस रालोद को 2 सीट देने के पक्ष में है। अब कांग्रेस के इस फैसले से रालोद परेशान हो गई है। कुछ दिन पहले जयंत चौधरी ने कहा था कि उन्हें कांग्रेस से वह सीटें चाहिए जो वह बीते 4-5 साल से जीत नहीं पाए हैं। हम उन्हें जीत कर देंगे।
सपा के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में तीन मुख्य राजनीतिक दल हैं। इसमें रालोद , सपा और कांग्रेस आदि शामिल हैं। जानकारी के लिए बता दें कि सपा और कांग्रेस के बीच भी सीट बंटवारे को लेकर खींचतान साफ देखने को मिली थी। एक तरफ सपा अध्यक्ष ने कांग्रेस के रवैये को लेकर नाराजगी जताई थी ,दूसरी तरफ से भी बयान बाजी चालू थी।
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