उत्तर भारत के लगभग 7 प्रदेशों में मानसून की बारिश कहर बरपा रही है। हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, और उत्तराखंड में लगातार बारिश से मैदानी क्षेत्रों वाले पंजाब,राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। अभी तक के निकल कर सामने आंकड़ो में पता चला है कि अभी तक 60 लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के सीएम ने लोगों से अपील की है।
दरअसल आपको बता दें कि यूपी में 34 हिमाचल प्रदेश में 7, उत्तराखंड में 6 जम्मू-कश्मीर में 4 पंजाब में 3, राजस्थान और दिल्ली में 1-1 लोगों की मौत हो चुकी है। जानकारी के लिए बता दें कि मौसम विभाग के द्वारा इन राज्यों को आगे भी भारी बारिश के लिए चेतावनी दी गई है। गौरबतल हो कि कई लोगों की मौत आकाशीय बिजली गिरने से हुई है।
हिमाचल प्रदेश में पिछले 4 दिनों से लगातार हो रही बारिश
हिमाचल प्रदेश में पिछले करीब चार दिनों से बारिश का दौर जारी है। कुल्लू, मनाली, मंडी समेत कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। बरसाती नदियों समेत प्रमुख नदियां उफान पर हैं। राज्य के हालातों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने सभी मंत्रियों और अधिकारियों को अलर्ट किया है। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लोगों से अपील की है कि लोग अपने घरों में सुरक्षित रहें। जरूरी न हो घरों से बिल्कुल न निकलें।
सीएम धामी ने लोगों से की अपील-जरूरी न हो तो पहाड़ों की यात्रा न करें
जानकारी के लिए बता दें कि उत्तराखंड में भी बारिश का कहर जारी है। गंगा, यमुना, भागीरथी समेत सभी नदियां खतरे के निशान को पार करती हुई बह रही हैं। ऋषिकेश, हरिद्वार समेत उत्तराखंड के कई जिलों में जल स्तर विकराल हो गया है। ऐसे में सीएम पुष्कर सिंह धामी राज्य के अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद सीएम धामी ने लोगों से अपील की है कि बाहरी राज्य के तीर्थयात्री जरूरी न हो तो पहाड़ों की यात्रा न करें। उन्होंने कहा है कि राज्य में मौसम विभाग की ओर से 13 जुलाई तक के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
दिल्ली में बढ़ रहा यमुना का जलस्तर
गौरबतल हो कि पहाड़ों पर बारिश और हरियाणा में हथिनी कुंड बांध से यमुना में पानी छोड़ा गया है। केंद्र जल आयोग आयोग की ओर से रविवार को दिल्ली के लिए चेतावनी जारी की गई थी। आयोग ने कहा था कि दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। आशंका है कि मंगलवार यानी 11 जुलाई तक यमुना खतरे के निशान को पार कर देगी। रिपोर्ट में कहा गया था कि दिल्ली के डूब क्षेत्र में लगभग 37 हजार लोग रहते हैं। सभी को सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया जाए।
बाढ़ और जलजमाव को लेकर सीएम योगी ने बैठक कर दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश में बारिश और बाढ़ का सबसे ज्यादा कहर देखने को मिल रहा है। सात राज्यों के 56 लोगों में से अकेले उत्तर प्रदेश के 34 लोग मरे हैं। इनमें से दस मौतें पिछले 24 घंटों में हुईं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 34 में से 17 की बिजली गिरने से, 12 डूबने से और पांच की भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन से मौत हो गई। राज्य के हालातों को देखते हुए सीएम योगी ने राहत आयुक्त समेत प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की है।