‘अग्निवीर स्कीम सेना ने नहीं अजीत डोभाल ने थोपी’…लोकसभा में राहुल गांधी ने सरकार पर साधा निशाना

कानपुर- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उद्योगपति गौतम अदाणी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल से लेकर केंद्र की अग्निवीर योजना पर जमकर निशाना साधा।

राहुल गांधी ने कहा कि “मैंने भारत जोड़ो यात्रा से बहुत कुछ सीखा। राहुल ने कहा कि आज पैदल यात्रा करने की परंपरा खत्म हो गई है। शुरुआत में चलते वक्त हम लोगों की आवाज सुन रहे थे, मगर हमारे दिल में यह भी था कि हम भी अपनी बात रखें। हमने हजारों लोगों से बात की, बुजुर्गों से और महिलाओं से बात की। इस प्रकार से यात्रा हमसे हमसे बात करने लगी।”
  
लोकसभा में राहुल ने कहा कि “कोई गाड़ी, कोई हवाई जहाज में जाता है, लेकिन हम पैदल कम चलते हैं। हम सब जगह पैदल जाएंगे, घबराइए मत। मैं एक-दो किलोमीटर, दस या पच्चीस किलोमीटर की बात नहीं कर रहा हूं। जब तीन-चार सौ किलोमीटर पैदल चला जाता है, तब शरीर में मुश्किल आती है। शुरुआत में चलते वक्त लोगों की आवाज हम सुन रहे थे, लेकिन हमारे दिल में यह भी था कि हम भी अपनी बात रखेंगे। कोई हमारे पास आता था, तो कहता था कि मैं बेरोजगार हूं। हम पूछते थे कि आप बेरोजगार क्यों हो? हम आपकी भी बुराई कर लेते थे।”

राहुल ने कहा कि “मैंने जिंदगी में इस प्रकार के अनुभव सुने नहीं थे। पांच-छह सौ किलोमीटर चलने के बाद जनता की आवाज गहराई से सुनाई देने लगी। फिर यात्रा हमसे बोलने लगी। यह गहरी बात है। किसानों ने कहा कि हमारी जमीन छीन ली जाती है। जमीन अधिग्रहण बिल लागू नहीं होता। आदिवासियों ने कहा कि जो कानून में हमें मिलता था, वह आज छीना जा रहा है। बहुत सारी चीजें सुनने को मिलीं, लेकिन मुख्य बातें थीं- बेरोजगारी, महंगाई और किसान। लोगों ने अग्निवीर की भी बात की।”

राहुल ने कहा कि “यात्रा में युवाओं ने हमसे कहा कि हमें पहले सर्विस और पेंशन मिलती थी, लेकिन अब हमें चार साल के बाद निकाल दिया जाएगा। वरिष्ठ अफसरों ने कहा कि हमें लगता है अग्निवीर योजना हमसे नहीं, बल्कि RSS की ओर से आई है और इसे आर्मी पर थोपा गया है। उन्होंने एनएसए अजित डोवाल पर भी इस योजना को सेना पर थोपने का आरोप लगाया।”

लोकसभा में राहुल गांधी ने कहा कि “2014 में दुनिया के अमीर लोगों की लिस्ट में अडानी 609 नंबर पर थे, पता नहीं जादू हुआ और यह दूसरे नंबर पर आ गए।लोगों ने पूछा आखिर यह सफलता कैसे हुई? और इनका भारत के PM के साथ क्या रिश्ता है? मैं बताता हूं कि यह रिश्ता काफी साल पहले शुरु हुआ, जब नरेंद्र मोदी CM थे। उन्होंने कहा कि अदाणी के लिए एयरपोर्ट के नियमों में बदलाव किए गए, नियमों को बदला गया और नियम किसने बदले यह जरुरी बात है। यह नियम था कि अगर कोई एयरपोर्ट के व्यवसाय में नहीं है तो वे इन एयरपोर्ट को नहीं ले सकता है। इस नियम को भारत सरकार ने अदाणी के लिए बदला।”

लोकसभा में सांसद राहुल गांधी ने कहा कि “भारत सरकार ने CBI-ED पर दबाव डालकर एजेंसी का प्रयोग करते हुए GVK से लेकर एयरपोर्ट को अडानी सरकार को दिलवाया गया। नियम बदलकर अडानी को छह एयरपोर्ट दिए गए। मैं इसके सबूत भी दे दूंगा। ड्रोन सेक्टर में भी अदाणी का कोई अनुभव नहीं था।”

लोकसभा में सांसद राहुल गांधी ने कहा कि “प्रधानमंत्री ऑस्ट्रेलिया जाते हैं और जादू से SBI एक बिलियन डॉलर का लोन अदाणी को देता है। प्रधानमंत्री फिर बांग्लादेश गए और 1500 मेगावाट बिजली का ठेका अदाणी को चला जाता है। LIC का पैसा अदाणी की कंपनी में क्यों डाला गया?’

लोकसभा में सांसद राहुल गांधी ने कहा कि “कुछ दिन पहले हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आई उसमें लिखा था, अदाणी की भारत के बाहर शेल कंपनी है, सवाल है कि शेल कंपनी किसकी है? हजारों करोड़ रुपया शेल कंपनी भारत में भेज रही है यह किसका पैसा है? क्या यह काम अदाणी फ्री में कर रहा है? उन्होंने कहा कि अदाणी ने भाजपा को 20 साल में कितने पैसे दिए? पहले मोदी अदाणी के जहाज में जाते थे, अब अदाणी मोदी के जहाज में जाते हैं। मोदी और अदाणी एक साथ काम करे हैं।”

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