नेपाल में भीषण विमान हादसा, 68 लोगों की मौत, मृतकों में 5 भारतीय भी शामिल

काठमांडू, रविवार सुबह पड़ोसी देश नेपाल में भीषण विमान हादसा हुआ जिसमें 68 लोगों की मौत हो गई साथ ही  चालक दल के चार सदस्य भी हादसे का शिकार हुए। हादसे के बाद विमान भीषण आग की चपेट मे आ गया। बता दें कि यति एयरलाइंस के विमान ने राजधानी काठमांडू से पोखरा के लिए रविवार सुबह करीब दस बजकर तीस 10ः30 मिनट पर उड़ान भरी। उड़ान भरने के करीब आधे घंटे बाद विमान अनियंत्रित होकर पहाड़ी से जा टकराया जिसके बाद विमान में भीषण आग लग गयी। बताया गया कि कु्छ तकनीकी खराबी के कारण विमान हादसे का शिकार हुआ।
दुर्घटनाग्रस्त विमान में पांच भारतीय भी मौजूद
नेपाल में हुए भीषण विमान हादसे में नेपाली नागरिकों समेत पांच भारतीय और विदेशी नागरिक भी मौजूद थे। विदेशी नागरिकों में पांच भारतीयों के अलावा चार नागरिक रूस के एवं आस्ट्रेलिया एक, इजराइल एक, फ्रांस एक, अर्जेंटीना एक और दो कोरियाई नागरिक मौजूद थे। पांच भारतीय नागरिकों में अभिषेक कुशवाहा, विशाल शर्मा, अनिल कुमार राजभर, सोनू जायसवाल, संजय जायसवाल हैं। इनमें से शुरू के चार उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं।प्रधानमंत्री मोदी ने विमान हादसे पर जताया शोक
नेपाल में विमान हादसे पर प्रधानमंत्री मोदी ने शोक जताया साथ ही विदेश मंत्री एस जयशंकर , केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी इस भीषण हादसे पर शोक जताया। साथ ही नेपाल में भारतीय दूतावास ने बताया कि वह अधिकारियों के सम्पर्क में है और घटना पर नजर बनाए हुए है।यूरोपीय संघ पहले ही कर चुका ब्लैकलिस्ट
नेपाल विमान सुरक्षा पर पहले से ही प्रश्नचिन्ह लगा है। यह कोई पहली घटना नहीं जब नेपाल में इस तरह का हादसा हुआ है। इससे पहले भी नेपाल में साल 1992 में राजधानी काठमांडू मे पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो चुका है जिसमें सवार 167 लोगों की मौत हो चुकी थी। इसके चलते अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन ने नेपाल की विमान सुरक्षा पर चिंता जतायी। जिसके बाद साल 2013 में यूरोपीय संघ ने नेपाल विमान सुरक्षा को ब्लैकलिस्ट में डाल दिया।

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