KNEWS DESK- बीते दिन पीएम नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी को ‘भारत रत्न’ देने का ऐलान किया| इस घोषणा के बाद से ही इसको लेकर सियासी घमासान जारी है| बीजेपी के नेता इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं तो वहीं विपक्ष के नेता इस पर कई सवाल खड़े कर रहे हैं| वहीं अब इस मामले पर एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने रिएक्ट किया है|
ओवैसी ने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान देना केंद्र सरकार का गलत फैसला है| मुझे लगता है कि आडवाणी को ‘भारत रत्न’ पुरस्कार देना यह पुरस्कार का अपमान है|
उन्होंने कहा कि आडवाणी की मौजूदगी में बाबरी मस्जिद की शहादत हुई थी| जब वह गृह मंत्री थे, तब 2002 के दंगे हुए थे| हम केंद्र सरकार के इस फैसले को गलत मानते हैं| ओवैसी यहीं नहीं रुके, उन्होंने आरोप लगाया कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए आडवाणी ने ‘रथ यात्रा’ निकाली थी| उनकी यह यात्रा जहां-जहां गई थी, वहां-वहां हिंदू-मुस्लिम दंगा हुआ|
ओवैसी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर आडवाणी की ‘रथ यात्रा’ के दौरान दंगों में हुई मौतों के आंकड़ों को दर्शाया है|
Well deserved #BharatRatna for LK Advani. The graves of Indians who lost their lives in violence are nothing but stepping stones. pic.twitter.com/UwtdENrvLf
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) February 3, 2024
ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान यात्रा के दौरान आडवाणी ने देश के विभाजन के लिए जिम्मेदार जिन्ना की प्रशंसा की थी| उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नरेन्द्र मोदी की सरकार उन्हें सर्वोच्च नागरिक सम्मान दे रही है| आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को यह ऐलान किया था कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से नवाजा जाएगा|