हिंदू पक्ष की मुख्य मांगें
सुप्रीम कोर्ट में पेश की गई याचिका में हिंदू पक्ष ने मस्जिद परिसर में एक निष्पक्ष और स्वतंत्र सर्वेक्षण की मांग की है, ताकि यह स्पष्ट किया जा सके कि वहां किसी तरह की हिंदू धार्मिक संरचना मौजूद है या नहीं। उनका कहना है कि इस सर्वे में विशेष रूप से मंदिर के अवशेषों को खोजने का प्रयास किया जाए, क्योंकि उनका दावा है कि ज्ञानवापी मस्जिद को एक हिंदू मंदिर के ऊपर बनवाया गया था।
इसके अलावा, हिंदू पक्ष ने यह भी मांग की है कि मस्जिद में पूजा और दर्शन के लिए हिंदू श्रद्धालुओं को अनुमति दी जाए, ताकि वे अपनी धार्मिक आस्था के अनुसार पूजा अर्चना कर सकें। उनका कहना है कि कोर्ट को इस मामले में जल्दी सुनवाई कर निर्णय लेना चाहिए, ताकि इस विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया जा सके।
सुप्रीम कोर्ट की भूमिका
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की भूमिका महत्वपूर्ण होगी क्योंकि यह मामला धार्मिक और सांस्कृतिक संवेदनाओं से जुड़ा हुआ है। कोर्ट ने पहले भी इस विवाद पर सुनवाई की थी, लेकिन अब मामले में नए तथ्यों और मांगों के साथ सुनवाई की जा रही है। अब यह देखना होगा कि सुप्रीम कोर्ट किस तरह से इस विवाद को सुलझाने के लिए आदेश जारी करता है।
समाज में प्रतिक्रियाएं
ज्ञानवापी विवाद को लेकर समाज के विभिन्न वर्गों में प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। जहां एक ओर हिंदू संगठनों और नेताओं ने इस विवाद को धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर से जोड़कर देखा है, वहीं दूसरी ओर मुस्लिम समुदाय इस मामले को केवल संपत्ति के अधिकार से जुड़ा हुआ मानता है। इस मामले में न्यायालय का फैसला दोनों पक्षों के लिए महत्वपूर्ण होगा क्योंकि यह देश की धार्मिक सहिष्णुता और संविधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए भी एक बड़ा कदम हो सकता है। आज की सुनवाई के बाद इस विवाद में एक और बड़ा मोड़ आ सकता है, जो देशभर के लोगों की निगाहों में रहेगा।
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