KNEWS DESK : सीएम योगी ने गोरखनाथ मंदिर के न्यू हॉल में नौ कन्याओं के पांव पखारे. इसके बाद उन्हें चंदन के टीके लगाएं. 111 कन्याओं और 111 बटुकों को भोज कराया.
कन्याओं को दक्षिणा व उपहार देकर विदाई करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि नवरात्र का पर्व नारी शक्ति के सम्मान का प्रतीक है। सनातन हिंदू धर्म में कुंवारी कन्याओं का पूजन और सत्कार आदि शक्ति मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों का पूजन है। योगी ने कहा कि नवरात्र का अनुष्ठान आध्यात्मिक शक्ति के साथ-साथ सामाजिक एकता के माध्यम से राष्टीय एकता का मजबूत करने का अवसर है। इसे हर सनातन अनुयायी को समझना होगा। कन्या पूजन से पहले ब्रह्म मुहूर्त में सुबह चार बजे मुख्यमंत्री ने श्रीदुर्गा सप्तशती के पाठ और आरती के साथ मंदिर में देवी के नौवें स्वरूप सिद्धिदात्री की आराधना भी की।
मुख्यमंत्री के पहुंचने से पहले आमंत्रित कन्याएं पूजन स्थल पर पहुंच गईं। सबसे पहले उन्होंने बारी-बारी से थार में नौ कन्याओं और एक बटुक भैरव को खड़ा कर उनका पांव पखारा। उसके बाद टीका लगाकर चुनरी ओढ़ाई और आरती उतारी। पूजा के बाद कन्या भोज का कार्यक्रम शुरू हुआ।
मंदिर में धूमधाम से मनाया जाएगा श्रीराम जन्मोत्सव
चैत्र नवरात्र की नवमी तिथि यानी रामनवमी के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में अयोध्या शोध संस्थान और संस्कृति विभाग की ओर से श्रीरामजन्मोत्सव कार्यक्रम आयोजित होगा। ‘भय प्रकट कृपाला’ नाम से मनाए जाने वाले इस जन्मोत्सव कार्यक्रम के संयोजक राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि आयोजन दिन में 12 बजे होगा। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मौजूद रहने की संभावना है। जन्मोत्सव कार्यक्रम के क्रम में ही श्रीराम रूप सज्जा का आयोजन होगा, जिसमें बच्चों को प्रतिभाग के लिए आमंत्रित किया गया है। बेहतर रूप वाले बच्चों को पुरस्कृत किया जाएगा। शाम को मंदिर के मुक्ताकाशी मंच पर भजन संध्या का आयोजन होगा, जिसमें कलाकार राम भजनों की प्रस्तुति करेंगे।