बालाकोट में नहीं हुई कोई सर्जिकल स्‍ट्राइक, सेना ने अखबार की खबर का किया खंडन

KNEWS DESK- पिछले कुछ घंटों से देश में एक खबर चर्चा का विषय बनी हुई है। जिसे लेकर सेना ने मीडिया में आई सर्जिकल स्ट्राइक की खबर का खंडन किया है। आपको बता दें कि डिफेंस पीआरओ, जम्मू ने आज एक बयान जारी कर कहा, ‘सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर एक न्यूज प्रकाशित की गई है, मैं आपको बताना चाहता हूं कि ऐसा कोई भी ऑपरेशन राजौरी-पुंछ में नहीं किया गया है।

रक्षा मंत्रालय ने दी सफाई

इंडियन आर्मी द्वारा बालाकोट सेक्‍टर में ताजा सर्जिकल स्‍ट्राइक की खबरों पर रक्षा मंत्रालय की तरफ से सफाई दी गई है। मंत्रालय का कहना है कि सेना की तरफ से पाकिस्‍तानी सीमा में घुसकर कोई स्‍ट्राइक नहीं की गई है। केवल बालाकोट सेक्‍टर में लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) पर आतंकवादियों द्वारा भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश को नाकाम किया गया है. मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि सोमवार की सुबह सेना के जवानों ने पाया कि बालाकोट सेक्‍टर में LOC पर दो आतंकवादी खराब मौसम, घने कोहरे व ऊबड़-खाबड़ जमीन का फायदा उठाते हुए घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे।

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, ‘पहले से चौकन्‍ना सेना के जवानों ने बालाकोट के हमीरपुर क्षेत्र में उन्‍हें मार गिराया. कई खुफिया एजेंसियों और जम्मू-कश्मीर पुलिस से प्राप्त खुफिया इनपुट से पता चला कि बालाकोट सेक्टर के सामने से नियंत्रण रेखा पार कर आतंकवादी भारतीय सीमा में दाखिल होने की फिराक में बैठे हैं. सूचनाओं के आधार पर निगरानी ग्रिड को सतर्क कर दिया गया। उपयुक्त स्थान पर  घात लगाकर हमला किया गया’

अखबार ने किया था ये दावा

अखबार की खबर में दावा किया गया था कि भारतीय सैनिक पीओके में करीब ढाई किमी घुस गए और इस सर्जिकल स्ट्राइक में 7 से 8 आतंकियों के मारे जाने की सूचना है। इनमें पाकिस्तानी सेना के बैट टीम के मेंबर भी हो सकते हैं। बताया गया कि भारतीय एजेंसियों को सूचना मिली थी एलओसी के उस पार इन लॉन्चिंग पैड्स में किसी बड़े हमले की योजना तैयार की जा रही है।

सूत्रों के हवाले से अखबार ने दावा किया था कि 12 से 15 कमांडो ने मिशन को अंजाम दिया। कहा गया कि स्पेशल फोर्स के इन कमांडो ने पैदल ही राजौरी के तरकुंडी सेक्टर और पुंछ के भिंभर गली के बीच एलओसी पार की। रात को पूरी सतर्कता से मिशन को अंजाम दिया गया और आतंकियों को भागने का कोई मौका नहीं मिला। हालांकि अब सेना ने इससे इनकार किया है।

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