KNEWS DESK… उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में एक स्कूल से हैरान करने वाला वीडियो सामने आया है. वीडियो एक प्राइवेट स्कूल का बताया जा रहा है. जहां पर वीडियो में स्कूल टीचर एक बच्चे को क्लास के बाकी बच्चों से पिटवा रही है. दावा किया गया है कि जिस बच्चे को पीटा गया, वो मुसलमान है. इसे लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन नेता और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने प्रदेश की योगी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने सीएम योगी से सवाल किया कि बुलडोजर और ‘ठोक दो’ का क्या हुआ?
मुजफ्फरनगर
♦मासूम छात्र को अन्य छात्रों से लगवाए तमाचे
♦एक के बाद छात्रों ने लगाए छात्र को तमाचे
♦छात्र के साथ मारपीट का वीडियो हुआ वायरल
♦मंसूरपुर के खोब्बापुर नेहा पब्लिक स्कूल का मामला #Muzaffarnagar @Uppolice@muzafarnagarpol pic.twitter.com/y4sJeGIMw4
— Knews (@Knewsindia) August 26, 2023
दरअसल आपको बता दें कि आज यानी 26 अगस्त को असदुद्दीन ओवैसी ने ट्विटर पर लिखा, मुजफ्फरनगर का वीडियो, जिसमें एक टीचर अपने छात्रों से एक मुस्लिम लड़के को थप्पड़ मारने के लिए कह रही है, वो पिछले 9 वर्षों का प्रोडक्ट है. छोटे बच्चों के दिमाग में ये संदेश डाला जा रहा है कि कोई भी किसी मुस्लिम को बिना किसी नुकसान के डर के पीट सकता है और अपमानित कर सकता है. ओवैसी ने आगे लिखा, पिता ने अपने बच्चे को स्कूल से निकाल लिया है और लिखित में कहा है कि वह मामले को आगे नहीं बढ़ाना चाहता, क्योंकि वो जानता है कि उसे न्याय नहीं मिलेगा और बजाय इसके माहौल खराब हो सकता है. हैदराबाद सांसद ने पूछा, ये कौन लोग हैं जो एक पिता के अपने बच्चे के लिए न्याय मांगने पर माहौल खराब करेंगे? ये सीएम योगी के शासन का अपमान है कि लोगों को उचित प्रक्रिया में कोई विश्वास नहीं है. इस बात की अधिक संभावना है कि शिक्षक को दंडित होने के बजाय कोई सरकारी पुरस्कार मिलेगा.
The video from Muzaffarnagar where a teacher is asking her students to slap a Muslim boy is a product of the last 9 years. The message being drilled into the minds of little children is that one can beat up & humiliate a Muslim without any repercussions.
The father of the…
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 26, 2023
NCPCR और NHRC पर साधा निशाना
उन्होंने लिखा, किशोर न्याय अधिनियम 2015 की धारा स्पष्ट इस मामले में स्पष्ट है. मुजफ्फरनगर पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए. राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को अन्य जगहों पर स्वतः संज्ञान लेने की जल्दबाजी रहती है लेकिन यहां उन्होंने कुछ नहीं किया. कथित तौर पर, एनसीपीसीआर को न्याय दिलाने के बजाय वीडियो के वायरल होने की चिंता है.
NCPCR ने लिया मामले का संज्ञान
जानकारी के लिए बता दें कि NCPCR के प्रमुख प्रियांक कानूनगो ने मामले का संज्ञान लिया है और साथ ही लोगों से सोशल मीडिया पर बच्चे का वायरल न करने की अपील की है. कानूनगो ने एक्स पर लिखा, उत्तरप्रदेश के मुज़फ़्फ़रनगर में एक शिक्षिका द्वारा कक्षा में बच्चे को अन्य बच्चों से पिटवाये जाने की घटना की जानकारी मिली है. उन्होंने लिखा, संज्ञान ले कर कार्यवाही हेतु निर्देश जारी किए जा रहे हैं. सभी से निवेदन है कि बच्चे का वीडियो शेयर न करें. इस तरह की घटना की जानकारी ईमेल द्वारा दें. बच्चों की पहचान उजागर कर अपराध के भागी न बनें.
उत्तरप्रदेश के मुज़फ़्फ़रनगर में एक शिक्षिका द्वारा कक्षा में बच्चे को अन्य बच्चों से पिटवाये जाने की घटना की जानकारी मिली है।
संज्ञान ले कर कार्यवाही हेतु निर्देश जारी किए जा रहे हैं,सभी से निवेदन है कि बच्चे का वीडियो शेयर न करें इस तरह की घटना की जानकारी ईमेल द्वारा दें,बच्चों…— प्रियंक कानूनगो Priyank Kanoongo (@KanoongoPriyank) August 25, 2023