Mann ki Baat: प्रभु राम का शासन संविधान निर्माताओं के लिए थी प्रेरणा- पीएम मोदी

KNEWS DESK- आज यानी 28 जनवरी को मन की बात रेडियो कार्यक्रम के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित किया। उन्होंने गणतंत्र दिवस से लेकर राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बात की। पीएम ने बताया कि किस तरह से इस साल हमारे संविधान को 75 साल हो गए। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के 75 साल होने पर भी बधाई दी। पीएम मोदी ने गणतंत्र दिवस के मौके पर कर्तव्य पथ पर महिला सशक्तिकरण को लेकर भी बात की।

पीएम मोदी ने रेडियो कार्यक्रम में कहा कि दो दिन पहले हम सभी देशवासियों ने 75वां गणतंत्र दिवस बहुत धूमधाम से मनाया है। इस साल हमारे संविधान के भी 75 वर्ष हो रहे हैं और सुप्रीम कोर्ट के भी 75 वर्ष हो रहे हैं। हमारे लोकतंत्र के ये पर्व ‘मदर ऑफ डेमोक्रेसी’ के रूप में भारत को और सशक्त बनाते हैं। उन्होंने कहा कि संविधान गहन मंथन से तैयार हुआ और इसे जीवंत दस्तावेज कहा जाता है। संविधान के तीसरे अध्याय में नागरिकों के अधिकारों की जानकारी है।

प्रभु राम का शासन संविधान निर्माताओं के लिए थी प्रेरणा- पीएम मोदी

भगवान राम को याद करते हुए पीएम ने बताया कि संविधान के तीसरे अध्याय के शुरुआत में हमारे संविधान निर्माताओं ने भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी के चित्रों को स्थान दिया था। प्रभु राम का शासन, हमारे संविधान निर्माताओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत था और इसलिए 22 जनवरी को अयोध्या में मैंने ‘देव से देश’ की बात की थी, ‘राम से राष्ट्र’ की बात की थी। अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर ने देश के करोड़ों लोगों को एक सूत्र में बांधा।

22 जनवरी को मनाई गई दिवाली- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि 22 जनवरी की शाम को पूरे देश ने रामज्योति जलाई, दिवाली मनाई। मैंने देश के लोगों से आग्रह किया था कि मकर संक्रांति से 22 जनवरी तक स्वच्छता का अभियान चलाया जाए। मुझे अच्छा लगा कि लोग इससे जुड़े. लोगों ने मुझे फोटोज भी भेजीं। उन्होंने कहा कि मंदिरों को साफ करने की भावना रुकनी नहीं चाहिए, ये अभियान रुकना नहीं चाहिए। सामूहिकता की यही शक्ति, हमारे देश को सफलता की नई ऊंचाई पर पहुंचाएगी।

कर्तव्य पथ पर दिखी महिला शक्ति- पीएम मोदी

गणतंत्र दिवस परेड का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि इस बार 26 जनवरी की परेड बहुत अद्भुत रही, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा परेड में महिला शक्ति को देखकर हुई। कर्तव्य पथ पर, केंद्रीय सुरक्षा बलों और दिल्ली पुलिस की महिला टुकड़ियों ने कदमताल शुरू किया तो सभी गर्व से भर उठे। परेड में मार्च करने वाले 20 दस्तों में से 11 दस्ते महिलाओं के ही थे। जो झांकी निकली, उसमें भी सभी महिला कलाकार ही थीं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का डेढ़ हजार बेटियां हिस्सा बनीं।

ये भी पढ़ें-  हॉस्पिटल में एडमिट हुईं मनीषा रानी, बिग बॉस ओटीटी 2 फेम की तस्वीर आई सामने

About Post Author