मणिपुर हिंसा: यौन उत्पीड़ित महिला के पति ने मीडिया में कही बड़ी बात, “कारगिल युद्ध में देश बचाया लेकिन हिंसा में पत्नी को नहीं बचा पाया..”

KNEWS DESK… मणिपुर यौन हिंसा मामले में एक पीड़ित महिला के पति का बयान सामने आया है. पीड़ित महिला के पति का कहना है कि वह भारतीय सेना में काम करते हुए कारगिल युद्ध लड़ा. लेकिन अब मणिपुर में अपने गांव और अपनी पत्नी को हिंसा में बचा नहीं पाया.

दरअसल आपको बता दें कि मणिपुर में 4 मई के दिन हिंसा में मैतेई समुदाय के लगभग 1 हजार लोगों ने कुकी समुदाय के एक गांव पर धावा बोल दिया. सैकड़ों घरों को तबाह किया. इसी दौरान मैतेई समुदाय के लोगों ने कुकी समुदाय की तीन महिलाओं को नग्न गांव से लेकर खेतों में घुमाया. जिसका वीडियो तेजी वायरल हो गया है. घटना का वीडियो देख हर कोई शर्मसार है. अब बताया जा रहा है कि इनमें से एक महिला का पति भारतीय सेना में था, जिन्होंने घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.

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मैंने कारगिल युद्ध में देश के लिए युद्ध लड़ी

जानकारी के लिए बता दें कि पीड़ित महिला के पति ने घटना को लेकर मीडिया के सामने अपनी बातें रखी. इस दौरान वो भावुक भी हुए. उन्होंने घटना पर दुख जताते हुए कहा,’मैंने कारगिल में देश के लिए युद्ध लड़ा.. देश को बचाया और भारतीय शांति सेना के हिस्से के रूप में श्रीलंका में सेवा दिया. मैंने भारत की रक्षा की, लेकिन मुझे अफसोस है कि मैं अपनी पत्नी और अपने गांव की रक्षा नहीं कर पाया. पीड़ित महिला के पति ने आगे बताया कि 4 मई की सुबह एक भीड़ ने इलाके के कई घरों को आग के हवाले कर दिया, महिलाओं को निर्वस्त्र कर दिया और उन्हें पूरे गांव के सामने नग्न चलने पर मजबूर किया. उन्होंने कहा कि जब यह सब कुछ हो रहा था तब वहां पुलिस मौजूद खड़ी सबकुछ देख रही थी, लेकिन किसी ने भी कार्रवाई नहीं की. मैं चाहता हूं कि उन सभी लोगों को कठोर सजा मिले, जिन्होंने घर जलाए और महिलाओं को अपमानित किया.”

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