KNEWS DESK – महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद से मुख्यमंत्री पद को लेकर चर्चाएँ तेज हो गई हैं। एक हफ्ते से ज्यादा समय बीतने के बावजूद महायुति गठबंधन, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.), शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) शामिल हैं, अब तक यह निर्णय नहीं ले पाया है कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। इस बीच, भाजपा ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए दो वरिष्ठ नेताओं को महाराष्ट्र का केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है।
पार्टी की ओर से जारी की गयी प्रेस विज्ञप्ति
आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और केंद्रीय वित्त एवं कारपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण को महाराष्ट्र के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त किया है। पार्टी की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि भाजपा के संसदीय बोर्ड ने इन दोनों नेताओं को महाराष्ट्र में पार्टी विधायक दल के नेता के चुनाव की जिम्मेदारी सौंपने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री के पद को लेकर उठ रही चर्चाएं
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महायुति गठबंधन को बहुमत मिले आठ दिन हो चुके हैं, लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया जा सका है। मुख्यमंत्री के पद को लेकर उठ रही चर्चाओं के बीच एकनाथ शिंदे का रुख साफ नहीं हो पाया है। वे मुख्यमंत्री पद से इतर किसी और पद पर सरकार में शामिल नहीं होना चाहते। हालांकि, आज वे मुंबई पहुंचने वाले थे, लेकिन अब यह जानकारी सामने आई है कि वे मुंबई की बजाय ठाणे में ही विश्राम करेंगे।
इस बीच, अजित पवार दिल्ली पहुंच गए हैं। वहीं, एकनाथ शिंदे के बेटे और सांसद श्रीकांत शिंदे ने डिप्टी सीएम बनने की अफवाहों पर विराम लगाते हुए एक पोस्ट जारी किया। श्रीकांत ने सोशल मीडिया पर कहा कि उन्हें केंद्र सरकार में मंत्री बनने का प्रस्ताव था, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे राज्य सरकार में किसी मंत्री पद की दौड़ में नहीं हैं और सत्ता में पद की कोई चाहत नहीं रखते हैं।
विधायकों के साथ बैठक कर मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान
मुंबई में 4 दिसंबर को भाजपा विधायक दल की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें इन नेताओं की नियुक्ति के साथ ही पार्टी के नेतृत्व को लेकर निर्णय लिया जाएगा। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। दोनों पर्यवेक्षक अब मुंबई जाएंगे और विधायकों के साथ बैठक कर मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान करेंगे।