नई दिल्ली- बीजेपी प्रवक्ता और एडवोकेट नलिन कोहली ने मंगलवार यानी आज कहा कि आम आदमी पार्टी और उसके नेताओं के खिलाफ जो जांच चल रही है उसे रोकने के लिए नाटक कर रही है। दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने मंगलवार को दावा किया कि उनके एक करीबी व्यक्ति ने उनसे कहा है कि उन्हें बीजेपी में शामिल हो जाना चाहिए। नहीं तो एक महीने के अंदर प्रवर्तन निदेशालय से गिरफ्तार होने के लिए तैयार रहना चाहिए।
प्रेस कॉफ्रेंस में आतिशी ने दावा किया कि उनके अलावा आम आदमी पार्टी के तीन नेताओं – दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज, विधायक दुर्गेश पाठक और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को भी गिरफ्तार किया जाएगा।
आतिशी के दावों पर प्रतिक्रिया देते हुए कोहली ने कहा कि ऑपरेशन लोटस क्या है? ये क्या है? बीजेपी उन्हें क्यों चाहेगी? हो सकता है कि सच्चाई ठीक उल्टी हो। यदि केजरीवाल चाहते हैं कि वो अपने सहयोगियों को मुसीबत में डालकर कहें कि अब उन्हें अपनी समस्याएं संभालने दें, तो हो सकता है कि वो (सहयोगी) केजरीवाल को छोड़ना चाह रहे हों। उन्होंने कहा कि अब श्री केजरीवाल उन सभी आरोपों से अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहे होंगे जिनका उनके पास कोई जवाब नहीं है। इसलिए वो समन से भाग रहे हैं।
एडवोकेट और बीजेपी प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा कि आम आदमी पार्टी के आरोप झूठे हैं, जो अभी चल रही हर तरह की जांच को रोकने के लिए नाटक है। मीडिया में खबर आई है कि लगता है केजरीवाल ने आतिशी और सौरभ भारद्वाज का नाम लिया है। अब श्री केजरीवाल उन सभी आरोपों से अपना पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहे होंगे, जिनका उनके पास कोई जवाब नहीं है। इसीलिए वो समन से भाग रहे हैं। साथ ही केजरीवाल जी को जवाब देना होगा कि वो मुख्यमंत्री हैं या नहीं? उनके मंत्री उनके निर्देश पर काम करते हैं या नहीं? वो जेल में क्यों हैं? उन्हें जमानत क्यों नहीं मिल रही? जाहिर है उन्होंने उनके निर्देशों का पालन किया है। आज वो इस बात से अपना पल्ला नहीं झाड़ सकते। अगर पूरी आम आदमी पार्टी इस घोटाले का हिस्सा है तो क्या उन्हें उम्मीद है कि ईडी कोई कार्रवाई नहीं करेगी या इसकी जांच नहीं करेगी? पीएम मोदी या बीजेपी या किसी और पर झूठे आरोप लगाने से वो बच नहीं सकते। इस जांच में उनसे जो सवाल पूछे जा रहे हैं, उसका सच्चाई से जवाब देने की जिम्मेदारी से वो बच नहीं सकते। ऑपरेशन लोटस क्या है? ये क्या है? बीजेपी उन्हें क्यों चाहेगी? हो सकता है कि सच्चाई ठीक उल्टी हो। यदि केजरीवाल चाहते हैं कि वो अपने सहयोगियों को मुसीबत में डालकर कहें कि अब उन्हें अपनी समस्याएं संभालने दें, तो हो सकता है कि वो (सहयोगी) केजरीवाल को छोड़ना चाह रहे हों।
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