KNEWS DESK- Chandrayaan-3 को लेकर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानि ISRO के वैज्ञानिकों ने एक अपडेट जारी किया है। ISRO ने विक्रम लैंडर की थ्रीडी तस्वीर शेयर की है। इसी के साथ ये कहा गया है कि, इस देखने का मजा रेड और सयान 3डी ग्लास चश्मे से आएगा। ये तस्वीर प्रज्ञान रोवर ने 30 अगस्त को लैंडर से 15 मीटर दूर यानी करीब 40 फीट की दूरी से क्लिक की थी फिलहाल प्रज्ञान रोवर अभी स्लीप मोड में है।
Chandrayaan-3 का रोवर का कुल वजन 26 किलोग्राम
Chandrayaan-3 का रोवर का कुल वजन 26 किलोग्राम है। यह तीन फीट लंबा, 2.5 फीट चौड़ा और 2.8 फीट ऊंचा है. यह छह पहियों पर चलता है. कम से कम 500 मीटर यानी 1600 फीट तक चांद की सतह पर जा सकता है। इसकी स्पीड 1 सेंटीमीटर प्रति सेकेंड हैं। यह अगले 13 दिनों तक चांद की सतह पर तब तक काम करता रहेगा, जब तक इसे सूरज की रोशनी से ऊर्जा मिलती रहेगी।
3D चश्मे से देखेंगे तो होगा ऐसा एहसास
3D इमेज में प्रज्ञान रोवर ने लैंडर विक्रम के बाईं और दाईं दोनों छोर की फोटो कैप्चर किया है। तस्वीर को जब आप 3D चश्मे से देखेंगे तो आपको लगेगा कि आप चंद्रमा पर खड़े होकर विक्रम को निहार रहे हैं. इस फोटो को प्रज्ञान रोवर के नैवकैम (NavCam) ने लिया था। जिसे बाद में नैवकैम स्टीरियो में बदल दिया गया. ISRO ने हाल में ट्वीट कर बताया था कि रोवर प्रज्ञान ने अपना काम पूरा कर लिया है। अब यह सुरक्षित तरीके से एक जगह पर पार्क है।
Chandrayaan-3 Mission:
Anaglyph is a simple visualization of the object or terrain in three dimensions from stereo or multi-view images.
The Anaglyph presented here is created using NavCam Stereo Images, which consist of both a left and right image captured onboard the Pragyan… pic.twitter.com/T8ksnvrovA
— ISRO (@isro) September 5, 2023