KNEWS DESK- किसानों के ‘दिल्ली चलो मार्च’ को लेकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि सरकार किसानों से हमेशा बातचीत के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसान हितैषी रही है और सरकार ने कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय की शुरुआत की थी।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि सरकार स्पष्ट तौर से चर्चा की पक्षधर है इसीलिए बातचीत से उठकर हम नहीं गए लेकिन प्रदर्शनकारी पहले चले गए। उन्होंने कहा कि हिंसा और पथराव से किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो पाएगा।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि “मैं कहूंगा कि मोदी सरकार पहले दिन से ही किसान हितैषी है, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की शुरुआत की गई। जब-जब चर्चा चाहिए, हमने तब-तब चर्चा की। यहां तक कि किसानों के हित में बहुत सारी योजनाएं भी लेकर आए। जब मांगें उठीं तो हमने पिछली बार भी और अबकी बार भी कई घंटों तक बैठ कर किसानों से बातचीत की। कल भी देर रात तक भी मोदी सरकार के मंत्री बैठे रहे और उन्होंने कहा कि जब किसान नेता उठ कर गए कि अभी और भी चर्चा करनी चाहिए, लेकिन वो रुके नहीं। मैं आज भी कहता हूं कि आइए बातचीत को जारी रख कर समस्या का हल करें। लेकिन लंबा समय इसलिए लग रहा है क्योंकि नई-नई मांगे जुड़ती जा रही हैं। बहुत सारी मांगें हमने मान ली, बात भी मान ली लेकिन अब आप कहोंगे कि डब्ल्यूटीओ में से भारत हट जाए, फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को रद्द कर दिया जाए या स्मार्ट मीटर ना लगाए जाएं या इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंड बिल से किसानों को बाहर रखा जाए या फिर पराली को जलवायु वाले क्षेत्र में ना जोड़ा जाए ऐसी अनेकों चीजें अगर इसमें आती हैं तो आप मुझे बताएं कि क्या केंद्र सरकार राज्य से बात ना करे। हमने यही कहा कि बातचीत हमें बाकियों से भी करनी पड़ेगी तब निर्णय आएंगे। मैं आज भी कहता हूं कि हम आज भी बातचीत के लिए तैयार हैं। आगजनी, हिंसा, पथराव ये इसका हल नहीं है शांति से ही हल निकलेगा। अगर कतर में नौसेना के अधिकारियों को जो मृत्यु दंड मिला था उससे बचाकर घर सुरक्षित मोदी सरकार वापस ला सकती है तो हर समस्या का हल टेबल पर निकल सकता है।”
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