नयी दिल्ली, अंजलि केस पूरे 72 घंटे बीत चुके है. पर पुलिस को केस झुलझने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. केस की कहानी को धीरे धीरे उलझती जा रहा है.
इस केस ने समाज के साथ पुलिस की कर्रवाई के तरीके पर भी काफी सवाल खड़े कर दिए है. पहले पुलिस के कहना था कि युवती को कार सवारों ने सड़क पर करीब 12 किमी तक घसीटा है. लेकिन पुलिस को ये जानाने में 12 घंटे का समय लग गए कि घटना के समय अंजलि अगले नही थी. बल्कि उसके साथ उसकी एक फ्रेंड भी स्कूटी में मौजूद थी. जिसका नाम निधि है. वो हादसे के समय वहां मौजूद थी.
हादसे के समय अंजलि की दोस्त भी थी मौजूद
पुलिस के जांच में पता चला की हादसे के समय अंजलि स्कूटी में अकेले नही थी. बल्कि उस समय उसके साथ उसकी फ्रेंड निधि भी मौजूद थी. निधि ने बाताया कि वो और अंजलि न्यू पार्टी मनाकर घर की ओर नकली. अंजलि ने पार्टी में शराब की सेवन भी किया था. जिसके बाद उसने अंजलि से कहा था कि स्कूटी उसको चलाने दो. लेकिन अंजलि ने उसकी एक भी बात नहीं सुनी.
कार सवारों को पता था अंजलि गाड़ी में फंसी है
निधि बताया घटना के समय कार के शीशे खुले हुए. कार सवारों को पता था कि स्कूटी उनकी कार में फंसी हुई है. उसको बाद भी कार सवारों ने गाड़ी नही रोकी. कई बार चिल्लाने के बाद भी कार में सवार किसी ने भी गाड़ी नही रोकी थी.