KNEWS DESK- शरद पवार ने एक बार फिर से अपने भतीजे और बागी गुट का नेतृत्व कर रहे डिप्टी सीएम अजित पवार से मुलाकात की है। इन चाचा-भतीजे ने पुणे के एक बिजनेसमैन के घर पर मुलाकात की थी। जिसके बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी हलचल काफी बढ़ गई है। इन दोनों NCP के नेताओं का इस तरह से गुप्त रूप से मिलने पर राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है।
आपको बता दें कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने एक बार फिर अपने भतीजे और पार्टी के बागी गुट का नेतृत्व कर रहे उपमुख्यमंत्री अजित पवार से मुलाकात की है। पुणे में एक बिजनेसमैन के घर पर हुई इस मुलाकात ने महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी गर्मी बढ़ा दी है । महाराष्ट्र की राजनीति में अभी जो मुश्किल सामने देखने को मिल रही है। वह यह है कि आखिर शरद पवार और अजित पवार में लगातार गुप्त रुप से मुलाकातें क्यों हो रही हैं? एक तरफ विपक्षी एकता की बात करते NCP के वयोवृद्ध नेता हुए गैर BJP दलों का गठबंधन ‘I.N.D.I.A.में शामिल होने की बात करते हैं। हालांकि NCP प्रमुख शरद पवार ने बीते महीने अपने पार्टी के नेताओं के द्वारा राजनीतिक बगावत का सामना किया है। जिसे लेकर कई तरह की अटकलें जताई जा रही हैं।
43 दिनों के अन्दर चाचा-भतीजे की यह चौथी मुलाकात
जानकारी के लिए बता दें कि शरद पवार और अजित पवार की 12 अगस्त को गुप्त बैठक के बाद इन दोनों की भेंट वार्ता को लेकर कई तरह के सवाल जोर पकड़ता दिखाई दे रहा है। चाचा-भतीजे दोनों के बीच हुई बगावत के 43 दिनों के भीतर शरद पवार-अजित पवार के बीच यह चौथी मुलाकात है। इस तरह से लगातार हो रहे दोनों की बीच की मुलाकात ने महाराष्ट्र की राजनीति में सवालिया निशान खड़े कर दिए है।
अजित पवार नतमस्तक होकर मांग रहे हैं माफी
बता दें कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार और अजित पवार की हो रही मुलाकात को लेकर महाराष्ट्र सियासी कई तरह की अटकलें लगाई जा रही है। इन दोनों का गुट बगावत करने के बाद बार-बार मिलना राजनीति में संदेह की स्थिति को पैदा करता है। भतीजे अजित पवार चाचा शरद पवार के सामने नतमस्तक होकर माफी मांग रहे हैं । और प्रफुल्ल पटेल एवं पार्टी के अन्य नेताओं के साथ मिलकर आशीर्वाद लेने जा रहे हैं। इसके साथ ही पार्टी एकसाथ मिलकर रहने की बातें कर रहें है। इन दोनों की हो रही मुलाकात ने राजनीति में भ्रम की स्थिति पैदा कर दी है। क्या शरद पवार BJP में शामिल होंगे या फिर अजित पवार दोबारा से NCP का साथ निभाएंगे?