KNEWS DESK- मुरैना कृषि उपज मंडी स्थित खाद वितरण केंद्र पर आज मंगलवार को किसानों की बड़ी संख्या में भीड़ जुट गई। इस भीड़ में महिलाओं की भी उपस्थिति थी, जो खाद प्राप्त करने के लिए आए थे। जैसे ही टोकन वितरण की प्रक्रिया शुरू हुई, किसानों ने हंगामा कर दिया। इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एसडीएम और तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर पुलिस की निगरानी में टोकन वितरण करवाया।
जानकारी के अनुसार, सुबह से ही खाद वितरण केंद्र पर किसानों की लंबी कतारें लगी हुई थीं। कई किसान रात 2 बजे से ही लाइन में लगने शुरू हो जाते हैं, लेकिन केवल 200 से 300 किसानों को ही टोकन मिल पाते हैं। इसके बाद टोकन वितरण बंद कर दिया जाता है, जिससे कई किसान बिना टोकन लौटने को मजबूर हो जाते हैं। यह समस्या न केवल जिला मुख्यालय पर, बल्कि तहसील मुख्यालयों पर भी देखी जा रही है।
किसानों ने बताया कि उनमें से कई लोग पिछले चार दिनों से खाद के लिए भटक रहे हैं। टोकन मिलने के बाद भी खाद प्राप्त करने में उन्हें कठिनाई का सामना करना पड़ता है। इस समय रबी की फसल का सीजन है, और किसानों को खाद की अत्यधिक आवश्यकता है। इसके अलावा, पिछले खरीफ फसल की अति बारिश के कारण भी किसानों को कठिनाई का सामना करना पड़ा है, जिससे वे रबी की फसल के लिए खाद प्राप्त करने में जद्दोजहद कर रहे हैं।
दोनारी गांव के किसानों ने आरोप लगाया कि खाद वितरण में कर्मचारियों की लापरवाही है और कुछ कर्मचारी खाद को ब्लैक में स्टॉक कर रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार के द्वारा पर्याप्त मात्रा में खाद भेजा जा रहा है, लेकिन कुछ कर्मचारी इसे अपने लोगों में चुपचाप बांट देते हैं, जबकि वे खुद लाइन में लगकर चार दिनों से परेशान हैं।
इस मामले में एसडीएम भूपेंद्र सिंह ने कहा कि खाद की कोई कमी नहीं है और पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है। हालांकि, भीड़ अधिक होने के कारण कुछ समय के लिए टोकन वितरण रोकना पड़ा। किसानों की समस्याओं को लेकर स्थिति गंभीर बनी हुई है, और इससे कृषि उत्पादन पर भी असर पड़ सकता है। ऐसे में सरकार को इस समस्या का तत्काल समाधान निकालने की आवश्यकता है ताकि किसानों को आवश्यक खाद समय पर मिल सके।
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