कांग्रेस में शामिल होना चाहते थे एकनाथ शिंदे, संजय राउत के दावे से महाराष्ट्र में मची सियासी तकरार

KNEWS DESK, महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बाद नई सरकार के गठन के बावजूद सियासी तकरार खत्म नहीं हो रही है। विरोधी दलों का दावा है कि एनडीए सरकार में सब कुछ सही नहीं चल रहा है, खासकर डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे को लेकर। इन आरोपों के बीच शिवसेना यूबीटी सांसद संजय राउत ने एक बड़ा दावा किया है।

शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे पहले भी कांग्रेस में शामिल होना चाहते थे। राउत ने कहा कि शिंदे ने कांग्रेस में शामिल होने की योजना बनाई थी, लेकिन उन्होंने इस बारे में कोई स्पष्ट समय या तारीख नहीं दी। राउत ने दिवंगत कांग्रेस नेता अहमद पटेल का हवाला देते हुए यह दावा किया और कहा कि वह इस बात को पुख्ता कर सकते थे, लेकिन अब अहमद पटेल नहीं हैं। अहमद पटेल का 25 नवंबर, 2020 को निधन हो गया था।

राउत से जब इस विषय पर और सवाल किया गया, तो उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण से पूछने की सलाह दी। हालांकि, इस पर चव्हाण या कांग्रेस की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। इसी तरह, एकनाथ शिंदे ने भी इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है।

राउत ने राजनीति में संभावनाओं को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा कि “राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है।” उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि किसी ने नहीं सोचा था कि 2019 में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठित होगी, या 2022 में एक ‘असंवैधानिक’ सरकार शिंदे के नेतृत्व में सत्ता में आएगी, या 2024 में देवेंद्र फडणवीस को पूर्ण बहुमत मिलेगा।

संजय राउत ने अजित पवार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह बीजेपी के झंडे उठा रहे हैं। राउत ने यह दावा किया कि एकनाथ शिंदे का बालासाहेब ठाकरे के भगवा झंडे से कोई संबंध नहीं है और शिंदे और अजित पवार दोनों बीजेपी के झंडे उठाकर चल रहे हैं।

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