KNEWS DESK… बिहार CM नीतीश कुमार सियासी हलचल के बीच आज दिल्ली पहुंच रहे हैं. विपक्षी एकता के मुंबई में होने वाली तीसरी बैठक के पहले ही सीएम नीतीश कुमार का दिल्ली दौरा अहम माना जा रहा है. नीतीश कुमार दिल्ली पहुंचकर सबसे पहले अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देंगे.
दरअसल आपको बता दें कि बिहार की सियासत इन दिनों काफी गरमाई हुई है. पक्ष एवं विपक्ष दोनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौरा लगातार जारी है. आगामी लोकसभा 2024 के चुनाव को लेकर NDA एवं I.N.D.I.A में जुबानी जंग जारी है. इसी बीच सीएम नीतीश कुमार का अचानक से दिल्ली के दौरे पर जाना लोगों को हजम नहीं हो रहा है. नीतीश कुमार आज ही पटना से दिल्ली के लिए रवाना होंगे. दिल्ली पहुंचकर नीतीश सबसे पहले पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी समाधि स्थल ‘सदैव अटल’ पर जाकर श्रद्धांजलि देंगे. अब तक मिली जानकारी के अनुसार सीएम नीतीश कुमार अपने दिल्ली दौरे के दौरान आज दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात करेंगे. इसके साथ ही नीतीश विपक्षी गठबंधन के अन्य नेताओं से भी मुलाकात कर सकते हैं. विपक्षी एकता I.N.D.I.A की तीसरी बैठक मुंबई में 31 अगस्त एवं 1 सितंबर को होनी है. लेकिन इस बैठक के पहले ही बिहार के सीएम नीतीश का दिल्ली दौरा सियासी हलचलों के बीच काफी अहम माना जा रहा है.
जानकारी के लिए बता दें कि बेंगलुरु में हुई विपक्षी एकता की बैठक के बाद राहुल गांधी की मुलाकात नीतीश कुमार से नहीं हुई है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राहुल गांधी उसी दिन मीसा भारती के आवास पर लालू प्रसाद यादव से मिले थे. लेकिन राहुल की मुलाकात नीतीश कुमार से नहीं हुई थी. माना जा रहा है कि यही कारण है कि राहुल गांधी से सीएम नीतीश कुमार की मुलाकात हो सकती है. इसलिए नीतीश के दिल्ली दौरे को राजनीतिक गलियारों से अहम माना जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ कुछ राजनीतिज्ञों का मानना है कि सीएम नीतीश बेंगलुरु बैठक के बाद I.N.D.I.A से नाराज चल रहे थे. जिसके कारण इनका झुकाव शायद NDA की तरफ हो सकता है और इसीलिए नीतीश पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी समाधि स्थल ‘सदैव अटल’ पर जाकर श्रद्धांजलि देने आ रहे हैं. इसके साथ ही अन्य कई तरह की सियासी अटकलें जताई जा रही है. कहा जा रहा है कि RJD और नीतीश बाबू की पार्टी में अंदरुनी मनमुटाव चल रहा है. जिसकी वजह से वह लोकसभा 2024 के चुनाव से पहले कुछ भी सियासी उलट फेर कर सकते हैं.