फ्रांस में दंगा रोकने के लिए योगी को लेकर किए गए ट्वीट पर विवाद…. कई यूजर्स बोले यह जर्मनी का डॉक्टर नहीं, जालसाज नरेंद्र विक्रमादित्य का कारनामा

Knews Desk,  जर्मनी के एक हृदय रोग विशेषज्ञ के ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया पर बीते 3 दिनों से जमकर बयानबाजी चल रही है .एक तरफ जहां यूपी सरकार ने इस ट्वीट को और रिट्वीट करते हुए सीएम योगी की सराहना की, तो वहीं कई यूजर्स ने जर्मनी के डॉक्टर प्रोफेसर एन जॉन केम के नाम से बने अकाउंट को ही फर्जी बताने के साथ इस अकाउंट हैंडल करने वाले व्यक्ति को जालसाज नरेंद्र विक्रमादित्य यादव बताया है.


आपको बता दें कि प्रोफेसर एन जॉन केम के नाम से बने इस टि्वटर अकाउंट से बीते 30 जून को ट्वीट किया गया कि” भारत को फ्रांस में दंगों की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए योगी आदित्यनाथ को अवश्य भेजा जाना चाहिए ,भगवान वे 24 घंटे के भीतर ऐसा करेंगे”. यूपी सरकार ने भी रिट्वीट करते हुए योगी शासन की सराहना की और लिखा कि जब भी चरमपंथ दंगों को बढ़ावा देता है, अराजकता फैलती है और दुनिया के किसी भी हिस्से में कानून और व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न होती है. तो दुनिया सांत्वना ढूंढती है और महाराज जी द्वारा स्थापित कानून और व्यवस्था के परिवर्तनकारी योगी मॉडल के लिए तरसती है.


लेकिन लगातार सोशल मीडिया पर कई ट्विटर यूजर्स ने इस बात का दावा किया है क्यों प्रोफेसर एंड जॉन केम नाम से बना यह टि्वटर अकाउंट पूरी तरह फर्जी है. कुछ ट्विटर हैंडलर्स ने एक शख्स के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर साझा की है जिसमें इस बात का दावा किया जा रहा है कि यह वही व्यक्ति है जिसके खिलाफ हैदराबाद में एफआईआर भी दर्ज है.


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