खारघर, महाराष्ट्र सरकार ने खारघर में हुई 13 लोगों की मौत के मामले में जांच कमेटी का गठन किया है. गुरुवार को सीएम ऑफिस ने बताया कि दुर्भाग्यपूर्ण घटना के तथ्यों की जांच के लिए एक संसदीय समिति का गठन किया है. राजस्व विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव कमेटी के अध्यक्ष होंगे. अधिकारी को एक महीने में जांच रिपोर्ट सौंपनी होगी. इसके अलावा समिति इस तरह के कार्यक्रम अगर भविष्य में होते हैं तो ध्यान रखने वाली बातों के संबंध में भी सरकार को बताना होगा.
कैसे हुआ 13 लोगों की मौत ?
महाराष्ट्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने खारघर में समाज सुधारक अप्पासाहेब धर्माधिकारी को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार प्रदान करने के लिए समारोह आयोजित किया था. कार्यक्रम के दौरान लाखों लोग चिलचिलाती धूप में बैठे थे. आम जनता के अलावा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे और लोकसभा सदस्य श्रीकांत शिंदे भी गर्मी में बैठे थे. चिलचिलाती धूप से बचने के लिए वह भी रुमाल लेकर बैठे थे. पुरस्कार वितरण समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस मौजूद थे. समारोह के दौरान तेज धूप की चपेट में आने के बाद 11 लोगों मौत हो गई थी. कार्यक्रम में लाखों लोगों ने भाग लिया था. मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने रविवार रात जारी एक विज्ञप्ति में कहा था कि तेज धूप की चपेट में आने से कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया था कि नवी मुंबई और पनवेल शहर के अस्पतालों में कुछ मरीज ‘वेंटिलेटर’ पर हैं और उनकी स्थिति पर नजर रखी जा रही है. कुछ लोगों को खारघर के टाटा अस्पताल में भी भर्ती कराया गया है.
खास बात यह है कि खारघर में मौसम विभाग की कोई लैब नहीं है, इस वजह से विभाग वहां अलर्ट जारी नहीं कर पाया. महाराष्ट्र सरकार की मांग पर विभाग ने 35 किलोमीटर दूर स्थित सांताक्रूज लैब के अनुसार खारघर के तापमान की संभावना जाहिर की थी, जो 34-35 डिग्री सेल्सियस था. घटना के बारे में समाज सेवक अप्पासाहेब धर्माधिकारी का कहना है कि कार्यक्रम में लोगों की मौत बेहद दुखद है. मेरी अपील है कि घटना का राजनीतिकरण न किया जाए.