KNEWS DESK… उत्तर भारत समेत पूरे उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण कई जगहों पर बाढ़ की स्थिति बन गई है। सोमवार यानी 10 जुलाई को सीएम योगी ने लखनऊ में प्रदेश के आलाधिकारियों के साथ बैठक की है। इस दौरान सीएम योगी ने बाढ़, जलभराव और राहत कार्यों की समीक्षा की। इसके साथ ही सीएम ने राहत आयुक्त कार्यालय को भी अलर्ट कर दिया और जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए।
दरअसल आपको बता दें कि इस साल अब तक 24 जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है, जबकि 31 जिलों में औसत से कम बारिश दर्ज की गई है। हालांकि मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक जुलाई महीने में इन जिलों में अच्छी बारिश होने की संभावना है। मौसम की बदलती परिस्थितियों पर लगातार निगरानी रखी जा रही हैं।
पीड़ित परिवारों की हरसम्भव की जाए मदद
जानकारी के लिए बता दें कि सीएम योगी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में कई स्थानों पर बिजली गिरने से जान-माल के नुकसान की दुखद खबरें आई हैं। ऐसे पीड़ित परिवारों को तत्काल सहायता उपलब्ध कराई जाए। इस साल पूर्वी उत्तर प्रदेश में बिजली गिरने की घटनाएं बढ़ रही हैं। आकाशीय बिजली के सटीक पूर्वानुमान की बेहतर प्रणाली विकसित करना जरूरी है। मानव व पशु हानि को न्यूनतम रखने के लिए यह आवश्यक है। प्रत्येक गांव में वर्षा मापक यंत्र लगाने की प्रक्रिया में भारत सरकार भी सहयोग कर रही है, यह कार्य तेजी से पूरा किया जाना चाहिए। राजस्व एवं राहत, कृषि, राज्य आपदा प्रबंधन, रिमोट सेंसिंग अथॉरिटी, भारतीय मौसम विभाग, केंद्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ संवाद बनाएं और ऐसी प्रणाली विकसित करें, जिससे आम लोगों को मौसम की सटीक जानकारी समय पर मिल सके।
जलभराव से निपटने के लिए की जाएगी व्यवस्था
सीएम योगी ने कहा कि बाढ़ के साथ-साथ जलभराव से निपटने के लिए भी हमें ठोस प्रयास करने होंगे। जिलाधिकारी, नगर आयुक्त, कार्यपालक पदाधिकारी एवं पुलिस की संयुक्त टीम जलजमाव को रोकने के लिए स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप व्यवस्था करें। जलजमाव के समाधान पर जिलाधिकारी, क्षेत्रीय सांसद, विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, मेयर, चेयरमैन और नगर निकाय अध्यक्ष चर्चा करेंगे। आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।