KNEWS DESK… मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने की कथित घटना के विरोध में छत्तीसगढ़ में आदिवासियों की संस्था ‘सर्व आदिवासी समाज’ ने आज यानी 24 जुलाई को ‘बस्तर बंद’ का आह्वान किया। बंद के दौरान संभाग के अधिकांश शहरों में व्यापारिक प्रतिष्ठान दोपहर तक बंद रहे।
दरअसल आपको बता दें कि पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बस्तर बंद शांतिपूर्ण रहा और क्षेत्र में किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। छत्तीसगढ़ के दक्षिण क्षेत्र के आदिवासी बाहुल्य बस्तर संभाग में सात जिले कांकेर, कोंडागांव, नारायणपुर, बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा शामिल हैं। सर्व आदिवासी समाज के बस्तर संभाग के अध्यक्ष प्रकाश ठाकुर ने बंद को सफल बताया और कहा कि समाज के सभी वर्गों ने मणिपुर में आदिवासी महिलाओं के साथ हुई बर्बर घटना के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज किया और अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे। बस्तर संभाग के अध्यक्ष ठाकुर ने बताया कि बंद का आह्वान सर्व आदिवासी समाज की बस्तर संभाग इकाई ने किया था।
प्रकाश ठाकुर ने कहा कि आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने की भयावह घटना समुदाय का अपमान है और इसने पूरे देश को शर्मसार कर दिया है। बस्तर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, जगदलपुर, ने बंद को समर्थन दिया था जिसके कारण जगदलपुर शहर में व्यापारिक प्रतिष्ठान और दुकानें दोपहर दो बजे तक पूरी तरह बंद रहे। संभाग के अन्य जिलों के मुख्यालयों और शहरों में भी बंद के समर्थन में व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। क्षेत्र के स्कूलों, अस्पतालों, मेडिकल स्टोर और एम्बुलेंस जैसी आवश्यक सेवाओं को बंद से बाहर रखा गया था। क्षेत्र में परिवहन सेवा भी अप्रभावित रही।