Caste Survey Data: बिहार में हुई जातिगत गणना के आंकड़े जारी, जानें कितने हिंदू, कितने मुसलमान?

KNEWS DESK- बिहार सरकार ने बिहार में जातिगत जनगणना करवाई थी। 2 अक्टूबर यानि आज मुख्य सचिव समेत अन्य अधिकारियों ने इसकी रिपोर्ट साझा की। तो चलिए बिहार में हुई जातिगत गणना का पूरा अपडेट देते हैं-

ये है जातियों का प्रतिशत

बिहार के अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने कहा, “बिहार में पिछड़ा वर्ग 27.13 प्रतिशत, अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36.01 प्रतिशत, सामान्य वर्ग 15.52 प्रतिशत है। बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ से अधिक है.”  उन्होंने कहा, “बिहार में सवर्णों की तादाद 15.52 प्रतिशत, भूमिहार की आबादी 2.86 प्रतिशत, ब्रहाणों की आबादी 3.66 प्रतिशत, कुर्मी की जनसंख्या 2.87 प्रतिशत, मुसहर की आबादी 3 प्रतिशत, यादवों की आबादी 14 प्रतिशत और राजपूतों की आबादी 3.45 प्रतिशत है।

आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव ने दी बधाई

इस सर्वे के आंकड़े सामने आने के बाद तमाम राजनीतिक नेताओं के बयान भी सामने आने लगे हैं। मामले पर आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव ने कहा कि आज गांधी जयंती के शुभ अवसर पर बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना के आंकड़े प्रकाशित कर दिए गए हैं। जाति आधारित गणना के कार्य में लगी हुई पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई। उन्होंने आगे कहा कि जाति आधारित गणना के लिए सर्वसम्मति से विधानमंडल में प्रस्ताव पारित किया गया था। बिहार विधानसभा के सभी 9 दलों की सहमति से निर्णय लिया गया था कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से जाति आधारित गणना कराएगी और दिनांक 02-06-2022 को मंत्रिपरिषद से इसकी स्वीकृति दी गई थी। इसके आधार पर राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से जाति आधारित गणना कराई है। जाति आधारित गणना से न सिर्फ जातियों के बारे में पता चला है बल्कि सभी की आर्थिक स्थिति की जानकारी भी मिली है। इसी के आधार पर सभी वर्गों के विकास एवं उत्थान के लिए अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।

बिहार विधानसभा के 9 दलों की बुलाई जाएगी बैठक 

बिहार में कराई गई जाति आधारित गणना को लेकर शीघ्र ही बिहार विधानसभा के उन्हीं 9 दलों की बैठक बुलाई जाएगी तथा जाति आधारित गणना के परिणामों से उन्हें अवगत कराया जाएगा।

‘नीतीश कुमार ने जनता को न्याय दिलाया है’

जेडीयू नेता केसी त्यागी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘आज का दिन इतिहास में अमर रहेगा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार की जनता को न्याय दिलाया है.’

 ‘देश की जनगणना के लिए बिहार मॉ़डल अपनाना चाहिए’

जातीय गणना के आंकड़े सामने आने के बाद जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि नीतीश कुमार जो बोलते हैं वह करते हैं। बीजेपी ने जातीय गणना रोकने की कोशिश की थी। देश को जातीय गणना के बिहार मॉडल को अपनाना चाहिए।

‘सरकार बनने पर एमपी में हम भी कराएंगे जातीय गणना’

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि बिहार सरकार को जातीय गणना के लिए बधाई। मध्य प्रदेश में हमारी सरकार बनने के बाद हम यहां भी जातीय गणना कराएंगे।

‘जातियों की संख्या पता होनी चाहिए’

जातिगत गणना के जारी आंकड़ों पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी (आप) सांसद संजय सिंह ने कहा, “इस देश में जातीय गणना होनी चाहिए. हमें जातियों की संख्या पता होनी चाहिए। जातीय गणना तो पूरे देश का विषय है.”

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‘लालू और नीतीश मिलकर भ्रम फैला रहे हैं’

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “जातिगत गणना हास्यसपद है। इसे पेश करने से पहले लालू नीतीश ये बताते कि अब तक वो कितने गरीबों को रोजगार दे चुके हैं, नौकरी दे चुके हैं. ये धूल झोंकने क़े बराबर है। आंख में धूल झोकने वाली जाति गणना है। गरीबों को बरगला कर, समाज मे भ्रम फैलाकर इसे पेश किया है। आज लोग चांद पर जा रहा हैं और नीतीश लालू जाति गणना पेश कर रहे हैं। 33 साल की रिपोर्ट कौन देगा. लालू नीतीश दोनों मिलकर भ्रम फैला रहे हैं.”

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