दिल्ली में लोकसभा की कुल सात सीटों को जीतने के लिए केजरीवाल का मास्टर प्लान.. आप की नई कैबिनेट का जातीय समीकरण समझिए

दिल्ली, आप विधायक सौरभ भारद्वाज को सरकार औऱ पार्टी संगठव दोनों में काम करने का अनुभव है. दिल्ली के में कुल वोटरों में करीब 10 फीसदी वोटर ब्राह्माण है. इसी वोट बैंक को साध देने के लिए कांग्रेस ने शीला दीक्षित को अपना मुख्यमंत्री बनाया था.

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के इस्तीफे के दिल्ली राज्य सरकार की कैबिनेट में बड़ा फेरबदल देखने को मिला है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने मंत्री में विधायक सौरभ भारद्वाज और आतिशि को कैबिनेट जगह देने के लिए उप-राज्यपाल को सिफारिश भेज दी है. 10 साल बाद केजरीवाल की कैबिनेट में किसी महिला को जगह मिलेगी.

कैबिनेट में जिन विधायकों को जगह दी जा रही है. वो लोकसभा चुनाव 2024 को फोकस में रखते हुए किया जा रहा है. आतिशि को कैबिनेट में जगह देते हुए आप जातीय समीकरण को फिट करने की कोशिश कर रही है. साथ ही महिलाओं वोटरों को भी साधने की कोशिश कर रही है. आतिशि के सहारे आप आधी आबादी पर फोकस करना चाहती है.

आतिशि के अलावा कैबिनेट में ब्राह्मण समाज से आने वाले विधायक सौरभ भारद्वाज को मौका दिया जा रहा है. सौरभ के साहरे आप ब्राहमण नोट बैंक को साधने की कोशिश कर रही है. क्योंकि दिल्ली में ब्रह्मणों का कुल मिलाकर 10 फीसदी वोट मौजूद है केजरीवाल की कैबिनेट में आतिशी-सौरभ के साथ-साथ गोपाल राय, इमरान हुसैन, राज कुमार आनंद और कैलाश गहलोत हैं.

 

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