विवादों में आने के बाद कानपुर वाले करौली बाबा का नया खेल,जानिए क्यों आश्रम में नहीं हो रहा हैं हवन

कानपुर: डॉ. सिद्धार्थ चौधरी के आरोपों के बाद चर्चा में कानपुर के करौली शंकर बाबा उर्फ संतोष सिंह भदौरिया अब अपने बेटे लव को सक्रिय राजनीति में ला सकते हैं. इन दिनों लव को कई प्रोग्रामों में देखा जा रहा है.इस बीच 31 मार्च के बाद से आश्रम में कोई हवन नहीं हुआ, जिसके बाद कई नए सवाल उठ रहे है.

कानपुर के करौली शंकर बाबा उर्फ संतोष सिंह भदौरिया एक बार फिर चर्चा में हैं. करौली शंकर बाबा ने 1 अप्रैल से अपने हवन की कीमत ढाई लाख रुपए करने की घोषणा की थी, लेकिन 31 मार्च के बाद से आश्रम में कोई हवन नहीं हुआ, जिसके बाद कई नए सवाल खड़े होने लग गए. चर्चा यह भी है कि बाबा अपने बेटे की राजनीति में एंट्री कराने वाले है.

विवादों के बाद कानपुर पुलिस ने अपनी एक टीम नोएडा में डॉक्टर सिद्धार्थ चौधरी का बयान दर्ज करने के लिए भेज दी है.डॉ सिद्धार्थ चौधरी को कानपुर अपना बयान दर्ज करने के लिए आना था, लेकिन बाबा से अपनी जान का खतरा बताते हुए उन्होंने कानपुर आने से मना कर दिया, जिसके बाद मामले की जांच कर रहे विवेचक नोएडा गए हैं.

राजनिति में बेटे की एंट्री को लेकर बाबा खूब चर्चा में हैं.बाबा का बड़ा बेटा लव भदौरिया  बीजेपी का सदस्य है और लगातार राजनीतिक सभाएं कर रहा है बाबा ने खुद 90 के दशक में किसान यूनियन नेता के रुप में राजनीति की शुरुआत की थी.उसके बाद उन पर कई मुकदमे हुए.

वहीं अपने दामन को साफ करने के लिए  वह करौली शंकर बन गए और लोगों का इलाज करने लगे. एक बार फिर से अपने आपको कानूनी दांवपेंच में फसंता देख करौली शंकर बाबा उर्फ संतोष सिंह भदौरिया ने अपने रसूख और पैसे के दम पर अपने बेटे को राजनीति में सक्रिय कर रहे है.

आपको बतादें कि करीब 1 साल पहले ही बाबा के बेटे लव ने लखनऊ में राजनीतिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भेजा था.उनके साथ कई गाड़ियो का हुजुम गया था.ताकि वह वहां पर अपनी धाक दिखा सके.और आजकल वह कई कार्यक्रमों में जाकर शिरकत नजर आ रहे हैं.

बेटे लव ने लंदन में रहकर की हैं पढ़ाई और यहां आकर अपनी मां की कंपनियों को संभाल रहे हैं,जिसका करोड़ों का टर्नओवर है,वहीं बाबा का दूसरा बेटा मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है.

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