KNEWS DESK – देशभर में बम से उड़ाने की धमकियों के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। दिल्ली के स्कूलों के बाद अब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को भी धमकी भरा ईमेल मिला है। इस ईमेल में बम से उड़ाने की धमकी दी गई है और यह मेल रूसी भाषा में भेजा गया है। जानकारी के अनुसार, गुरुवार दोपहर को आरबीआई की आधिकारिक वेबसाइट पर यह धमकी भरा मेल भेजा गया, जिसे शुक्रवार सुबह पता चला।
आरबीआई को मिली धमकी
आपको बता दें कि मुंबई स्थित भारतीय रिजर्व बैंक के कार्यालय को शुक्रवार को एक धमकी भरा ईमेल मिला, जिसमें बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। यह ईमेल आरबीआई के गवर्नर संजय मल्होत्रा की आधिकारिक ईमेल आईडी पर भेजा गया था और यह रूसी भाषा में था। धमकी मिलने के बाद मुंबई पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (IPC) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
यह धमकी भरा ईमेल रिजर्व बैंक के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा के पदभार ग्रहण के कुछ दिनों बाद आया है। संजय मल्होत्रा ने 26वें गवर्नर के रूप में शक्तिकांत दास की जगह ली थी। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है कि यह धमकी किसने भेजी और इसके पीछे का उद्देश्य क्या हो सकता है।
दिल्ली के स्कूलों को धमकी
दिल्ली के छह स्कूलों को भी शुक्रवार सुबह बम से उड़ाने की धमकी भरा ईमेल प्राप्त हुआ। स्कूल प्रशासन ने तत्परता से सुरक्षा अधिकारियों को सूचित किया और स्कूल परिसर की तलाशी ली। हालांकि, जांच के दौरान कहीं भी बम या कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। पुलिस ने कार्रवाई की और स्कूलों की सुरक्षा बढ़ा दी। इससे पहले 9 दिसंबर को दिल्ली के 44 स्कूलों को भी इसी तरह के धमकी भरे ईमेल मिले थे। पुलिस ने बाद में जांच करके उन धमकियों को अफवाह करार दिया था, लेकिन सुरक्षा कारणों से स्कूलों की तलाशी ली गई थी।
स्कूलों में बच्चों को न भेजने की सलाह
दिल्ली के कई स्कूलों ने अपने छात्रों के अभिभावकों को सुरक्षा के मद्देनजर बच्चों को स्कूल न भेजने की सलाह दी। पश्चिम विहार, श्री निवास पुरी और ईस्ट ऑफ कैलाश के प्रमुख स्कूलों को सुबह जल्दी बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। दिल्ली अग्निशमन सेवा और बम निरोधक टीम ने श्वान दस्तों के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की।
सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई
सुरक्षा एजेंसियों ने दोनों मामलों में तुरंत जांच शुरू कर दी है और बम निरोधक टीमों को मौके पर भेजा गया है। हालांकि, अब तक किसी भी धमकी को वास्तविक नहीं पाया गया है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां मामले की तह तक पहुंचने के लिए लगातार जांच कर रही हैं।