KNEWS DESK- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार यानी आज एक जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भारत न तो डंडे से चलेगा, न डर से, बल्कि यह देश सच और संविधान के रास्ते पर ही आगे बढ़ेगा। उनका यह बयान राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तेजी से चर्चा का विषय बन गया है।
राहुल गांधी ने अपने भाषण में देश के लोकतंत्र और संविधान की रक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा “आज जो माहौल देश में बनाया जा रहा है, वह भय और दमन पर आधारित है। लेकिन भारत की आत्मा न डरती है, न झुकती है। यह देश गांधी, अंबेडकर और नेहरू के विचारों से बना है, न कि लाठी और नफरत की राजनीति से।”
राहुल ने केंद्र सरकार पर लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने, विपक्ष को डराने और जनता की आवाज दबाने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मौजूदा शासन “तानाशाही प्रवृत्तियों” की ओर बढ़ रहा है और संविधान में निहित मूल्यों को ताक पर रखा जा रहा है। “जिस देश की नींव सत्य और अहिंसा पर रखी गई हो, उसे डंडे से नहीं चलाया जा सकता। अगर कोई ऐसा करने की कोशिश करेगा, तो जनता जवाब देगी — वोट से, आवाज से और संविधान के साथ।”
राहुल गांधी ने देश में बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई और शिक्षा की गिरती गुणवत्ता का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने युवाओं से संवाद करते हुए कहा कि उनका भविष्य केवल सशक्त लोकतंत्र और न्यायप्रिय नीतियों से ही सुरक्षित रह सकता है।
राहुल गांधी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब देशभर में चुनावी माहौल गर्म है और सत्तारूढ़ दल और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो चुका है। उनके बयान को विपक्ष की एकजुटता की कोशिश के रूप में भी देखा जा रहा है।
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