KNEWS DESK- ओडिशा ट्रेन हादसे का मामला अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है| वकील, विशाल तिवारी ने मामले को लेकर याचिका दाखिल की है| इसमें दुर्घटना से बचाने वाले ‘कवच’ सिस्टम को यथाशीघ्र लागू करने की मांग की है| इसके साथ ही पूर्व जज की अध्यक्षता में इस मामले की जांच बैठाने की भी मांग की गई है| इसके अतिरिक्त, रेलवे सुरक्षा को लेकर भी पूर्व जज की अध्यक्षता में विशेषज्ञ कमिटी बनाने की मांग की गई है|
ट्रेन हादसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने नया बदलाव देते हुए बताया कि हादसे में 1,000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं और उनका इलाज चल रहा है| 100 से अधिक मरीजों को क्रिटिकल केयर की जरूरत है और उनके इलाज के लिए दिल्ली एम्स, लेडी हार्डिंग अस्पताल और आरएमएल अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टर आधुनिक उपकरणों और दवाओं के साथ यहां पहुंचे हैं| हमने विस्तृत चर्चा की ओर एक कार्य योजना भी तैयार की है|
A PIL has been filed in the Supreme Court seeking a probe into the Balasore train accident by an expert panel headed by a retired judge of the Supreme Court.
PIL also seeks guidelines/directions for the implementation of the Automatic Train Protection (ATP) System called KAVACH… pic.twitter.com/ciu9a0jURN
— ANI (@ANI) June 4, 2023
ट्रेन हादसे के बाद से केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव लगातार उसी स्थल पर बने हुए हैं| ट्रैकों को ठीक करने का काम भी रेल मंत्री की निगरानी में चल रहा है| हादसे के कारणों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण यह दुर्घटना हुई है| इस हादसे के पीछे जिम्मेदार लोगों की पहचान भी कर ली गई है, जल्द जांच रिपोर्ट सामने आ जाएगी| इसी के साथ उन्होंने ये भी बताया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जो ‘कवच’ को लेकर कहा वो सही नहीं है| उनकी बातों का कोई आधार भी नहीं है| अश्विनी वैष्णव बोले, हादसे का कवच से किसी प्रकार का कोई संबध नहीं है| इस मामले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए,अभी देश को एकजुट रहने की आवश्यकता है|