KNEWS DESK- देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को घोषणा की थी कि 17 सितंबर को विश्वकर्मा जयंती पर पीएम विश्वकर्मा योजना लॉन्च की जाएगी और 17 सितंबर को पीएम ने अपने 73वें जन्मदिन के मौके पर इसे लॉन्च भी कर दिया है। पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत 18 शिल्पों को शामिल किया गया है। इस योजना में 5 फीसदी की रियायती ब्याज दर के साथ 1 लाख रुपये (पहली किश्त) और 2 लाख रुपये (दूसरी किश्त) तक लोन ( Loan ) मिलेगा ! तो चलिए आपको बताते हैं कि क्या है PM विश्वकर्मा योजना, किन लोगों को मिलेगा फायदा और कैसे अप्लाई करना है?
PM Vishwakarma Yojana का मकसद
PM Vishwakarma Yojana का मकसद हाथों और औजारों से काम करने वाले कारीगरों के कौशल को बढ़ावा देना है। कामगारों के उत्पादों को देश के कोने-कोने तक पहुंचाना भी इस योजना का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना के तहत कारीगरों के परिवार के किसी एक व्यक्ति को जोड़ा जाएगा।
क्या है PM Vishwakarma Yojana?
पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत 5 फीसदी की ब्याज दर के साथ 1 लाख रुपये पहली किश्त, दो लाख रुपये दूसरी किश्त के तौर पर लोगों को लोन दिया जाएगा। इसके साथ ही कारीगरों को बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग भी मुहैया कराई जाएगी। योजना के लाभार्थियों को 15,000 रुपये के टूलकिट भी मुहैया कराए जाएंगे। इसके अलावा लाभार्थियों को स्किल ट्रेनिंग दी जाएगी। इस दौरान रोजाना 500 रुपये दिए जाएंगे।
ऐसे होगा फ्री रजिस्ट्रेशन
इस योजना के लिए बायोमेट्रिक आधारित पीएम विश्वकर्मा पोर्टल का इस्तेमाल करके कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) के माध्यम से विश्वकर्माओं का फ्री रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। इस पीएम विश्वकर्मा योजना के जो भी लाभार्थी होंगे। उन्हें सरकार की ओर से सर्टिफिकेट और आईडी भी मिलेगी।
इन डॉक्यूमेंट्स की होगी जरूरत
PM Vishwakarma Yojana में आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, व्यवसाय का प्रमाण पत्र, मोबाइल नंबर, बैंक अकाउंट नंबर की डिटेल, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) जैसे तमाम डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ेगी।
इन लोगों को मिलेगा फायदा
PM Vishwakarma Yojana का फायदा लोहार, ताला बनाने वाले, कारपेंटर, नाव बनाने वाले, अस्त्र बनाने वाले, हथौड़ा और टूलकिट निर्माता, पारंपरिक गुड़िया और खिलौने बनाने वाले, नाई, मालाकार, धोभी, दर्जा, मछली का जाल बनाने वाले सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, मोची, राज मिस्त्री, डलिया, चटाई और झाड़ू बनाने वाले लोगों को मिलेगा। इस PM Vishwakarma Yojana के तहत इन 18 पारंपरिक व्यवसायों को शामिल किया गया है। भारत में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता प्रदान करेगी।