KNEWSDESK- भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर अमेरिका दौरा कर रहे हैं । इस दौरान एक कार्यक्रम में शुक्रवार को पूरे सिख समुदाय को खालिस्तानियों की मांग करने वाले चरमपंथियों से अलग बताया। आपको बता दें कि, शुक्रवार को वॉशिंगटन डीसी के एक कार्यक्रम के दौरान खालिस्तान के बारे में सवाल पूछे गए , इस दौरान एस जयशंकर ने वॉशिंगटन डीसी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सवालों का जवाब देते हुए कहा कि मुझे नहीं लगता कि जो चर्चा खालिस्तान मुद्दे पर चल रही हैं , वह पूरे समुदाय का प्रतिनिधित्व करती है जो, आतंकवाद , अलगाववाद की बात कर रहे हैं, वह बहुत ही कम लोग हैं ।
आपको बता दें कि जयशंकर ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि जो चर्चा (खालिस्तान मुद्दा) आजकल चल रही है, वह पूरे सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व करती है। जो आतंकवाद , अलगाववाद की बात कर रहे हैं, वह बहुत ही कम लोग हैं, जिन पर संबंधित सरकारों को कार्रवाई करनी चाहिए , हमें इसे पूरे समुदाय का मामला नहीं मानना चाहिए । इस दौरान एस जयशंकर ने कनाडा पर निशाना भी साधा और आगे कहा कि मौजूदा समस्या कनाडाई सरकार द्वारा आतंकवाद , कट्टरपंथ और हिंसा को छूट देेेने के चलते हुई है।
कनाडा द्वारा दी जा रही छूट
भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि तथ्य ये है कि कनाडा और कनाडाई सरकार के साथ यह समस्या हाल के कुछ सालों में हुई है और यह समस्या आतंकवाद ,कट्टरपंथ और हिंसा को छूट देने के चलते हो रही है उन्होंने आगे कहा कि कनाडा द्वारा दी जा रही छूट इस बात से भी पता चलती है कि हमने कुछ लोगों का प्रत्यर्पण करने की मांग की थी ,लेकिन अभी तक उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया है। जबकि तथ्य ये है कि ये वो लोग हैं जो साफ तौर पर भारत में हिंसा और गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त हैं और उन्होंने खुद इसकी घोषणा की है। मतलब यह कोई दबी छिपी बात नहीं है।