KNEWS DESK- बिहार में कास्ट सर्वे रिपोर्ट जारी होने के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इसपर अपनी राय दी| उन्होंने कहा- जातिगत गणना भी हास्यसपद है| इसे पेश करने से पहले लालू- नीतीश ये बताते हैं कि अब तक उन्होंने गरीबों को रोजगार दिया, नौकरी दी….ये आंख में धूल झोंकने वाली रिपोर्ट है।
गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार सरकार पर तंज कसते हुए कहा- गरीबों को बरगलाकर और समाज में भ्रम फैलाकर कास्ट सर्वे रिपोर्ट पेश की गई है| आज लोग चांद पर जा रहे हैं और नीतीश-लालू जातिगत गणना पेश कर रहे हैं| उन्होंने सवाल किया, 33 साल की रिपोर्ट कौन देगा? लालू नीतीश दोनों मिलकर भ्रम फैला रहे हैं|
बिहार सरकार ने बीते सोमवार को जातिगत गणना के आंकड़े जारी कर दिए गए हैं| मुख्य सचिव समेत अन्य अधिकारियों ने इसकी रिपोर्ट जारी कर कहा कि बिहार में हुई जाति आधारित गणना की रिपोर्ट जारी हो गई है| बिहार के अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में पिछड़ा वर्ग 27.13 प्रतिशत, अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36.01 प्रतिशत, सामान्य वर्ग 15.52 प्रतिशत है| बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ से अधिक है|
विवेक सिंह ने आगे बताया कि बिहार में सवर्णों की संख्या 15.52 प्रतिशत, भूमिहार की आबादी 2.86 प्रतिशत, ब्रहाणों की आबादी 3.66 प्रतिशत, कुर्मी की जनसंख्या 2.87 प्रतिशत, मुसहर की आबादी 3 प्रतिशत, यादवों की आबादी 14 प्रतिशत और राजपूतों की आबादी 3.45 प्रतिशत है|