रक्षा क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने की भारत की प्रक्रिया के तहत सरकार कम से कम 100 हथियारों और प्रणालियों की एक नई लिस्ट जारी करेगी, अगले पांच साल में जिनका आयात बंद किया जाएगा. बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा पिछले 2 साल में जारी की गई इस तरह की यह तीसरी लिस्ट है. ऐसे हथियारों की संख्या इसके बाद से 300 हो जाएगी.
देश में ही हथियार बनाने का लक्ष्य
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि, “तीसरी सूची में शामिल हथियारों और प्रणालियों पर अगले पांच सालों में ₹2,10,000 करोड़ से अधिक के ऑर्डर दिए जाने की संभावना है.” आज यानी गुरुवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ऐसे प्रमुख उपकरणों और प्लेटफॉर्मों की सूची जारी करेंगे जिन्हें दिसंबर 2025 तक देश के अंदर ही बनाने का लक्ष्य है.
इससे पहले आ चुकी है दो लिस्ट
बता दें कि इसकी पहली सूची 21 अगस्त 2020 को जिसमें 101 हथियार और दूसरी लिस्ट जिसमें 108 हथियार थे, 31 मई 2021 को जारी की गई थी. पहली दो सूचियों में शामिल हथियारों और प्रणालियों में आर्टिलरी गन, मिसाइल डिस्ट्रॉयर, शिप-बोर्न क्रूज़ मिसाइल, लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट, लाइट ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, लॉन्ग-रेंज लैंड-अटैक क्रूज़ मिसाइल, बेसिक ट्रेनर एयरक्राफ्ट, मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर, असॉल्ट राइफलें, स्नाइपर राइफलें, मिनी-यूएवी, निर्दिष्ट प्रकार के हेलीकॉप्टर, अगली पीढ़ी के कोरवेट, एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल (AEW&C) सिस्टम, टैंक इंजन और मध्यम दूरी की सतह से हवा में वार करने वाली मिसाइल सिस्टम हैं.