हरिद्वार : भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवान मंगलवार (30 मई) को अपने मेडलों को गंगा में विसर्जित करने के लिए हरिद्वार पहुंचे|लेकिन आखिरी समय में वो ऐसा नही कर पाए|किसान नेता नरेश टिकैत ने हर की पौड़ी पर पहुंचकर पहलवानों को समझाया, उनसे 5 दिन का समय मांगा|पहलवानों ने अपने मेडल नरेश टिकैत को थमा दिए|इस मामले पर कुश्ती महासंघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने अपने बयान में कहा कि अगर खिलाड़ी अपने मेडल गंगा में बहाना चाहते हैं तो मैं क्या कर सकता हूं|
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और बीजेपी के संसद ने कहा कि खिलाड़ी अपना मेडल गंगा जी में बहाने गए थे, लेकिन गंगा जी की जगह उन्होंने मेडल (नरेश) टिकैत को दे दिया| यह उनका स्टैंड है| मैं क्या कर सकता हूं….?
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ऊपर महिला पहलवानों के साथ यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप हैं। इस मामले के तहत सिंह के ऊपर दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में दो एफआईआर दर्ज हैं|इसमें एक एफआईआर पॉक्सों एक्ट के तहत दर्ज हुई है|
जब बृजभूषण शरण सिंह से उनके इस्तीफे को लेकर सवाल किया गया| तो उनका कहना था कि मेरा कार्यकाल वैसे भी खत्म हो चुका है और जल्द ही चुनाव होने वाले हैं। इसके अलावा बात गिरफ्तारी पर की जाए, तो मेरे हाथ में कुछ नहीं है|मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है| दिल्ली पुलिस फिलहाल इस मामले की जांच कर रही है|सब कुछ दिल्ली पुलिस के ऊपर है|अगर मैं गलत पाया गया तो मैं गिरफ्तार हो जाऊंगा| मुझे इसमें कोई दिक्कत नहीं है|
मंगलवार (30 मई) की शाम को बयान के अनुसार पहलवान हर की पौड़ी पर पहुंचे|विनेश फोगाट और साक्षी मलिक गंगा किनारे बैठी ही थीं, उसी समय नरेश टिकैत भी वहां पहुंच गए| नरेश टिकैट के समझाने पर पहलवानों ने अपना मेडल गंगा में नहीं बहाया|इसके बाद पहलवानों ने नरेश टिकैत को मेडल सौंप दिए |नरेश टिकैत ने कहा कि बीजेपी बृजभूषण शरण सिंह को बचाने में लगी है| उन्होंने कहा हमने पहलवानों को समझाया|हम बच्चों (पहलवानों) का सिर नीचा नहीं होने देंगे|हमने सरकार को 5 दिन का समय दिया है|