हरिद्वार: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूज़ एजेंसी को दिए एक इंटरव्यू में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला था, PM ने कहा कि, ‘मैं उस व्यक्ति को कैसे जवाब दूं जो नहीं सुनता, और सदन में नहीं बैठता है?’ इस बयान पर पलटवार करते हुए राहुल गांधी ने उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित मंगलौर में ‘उत्तराखंडी स्वाभिमान’ रैली को संबोधित करते हुए कहा कि, उनके कहने का मतलब है कि मैं जितना भी दबाव डालूं, यह पीछे नहीं हटता, सुनता नहीं है।
उन्होंने इस रैली में पीएम नरेंद्र मोदी के इंटरव्यू का जिक्र करते हुए कहा कि, कल पीएम नरेंद्र मोदी ने एक इंटरव्यू दिया. पता नहीं आपने देखा नहीं देखा की नहीं. उसमें नरेंद्र मोदी कहते हैं कि राहुल, सुनता नहीं है. उस लाइन का मतलब आप समझे? मैं बताता हूं उस लाइन का मतलब यह है कि राहुल पर ईडी और सीबीआई का दबाव नहीं चलता. उनके यह कहने का मतलब है कि यह मेरी नहीं सुनता. इससे मैं जितना भी दबाव डाल दूं, यह पीछे नहीं हटता. सुनता नहीं है।
प्रधानमंत्री पर साधा निशाना-
इस पर राहुल गांधी ने आगे कहा कि, मैं क्यों सुनूं? पीएम नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी करके, जीएसटी लागू करके हिंदुस्तान के लोग छोटे व्यापारियों, मजदूरों को बर्बाद कर दिया। आपको लाइन में खड़ा किया। नोटबंदी के समय आप खड़े थे लाइन में, आपको इस लाइन में कोई अरबपति खड़ा दिखा? बताइये की काला धन गायब हो गया. खत्म हो गया? उन्होंने आरोप लगाया कि काला धन उसके बाद जीएसटी से वाइट हो गया और बीजेपी को मिल गया तो उसके बाद गलत जीएसटी और आज हालत क्या है?
चीन मुद्दे पर बोले राहुल-
उन्होंने आगे कहा कि, जब मैंने चीन के बारे में बोला कि चीन की सेना हिंदुस्तान की जमीन के अंदर आज बैठी है, मगर नरेंद्र मोदी जी उसके बारे में कुछ नहीं कहते. क्या भाषण दिया नरेंद्र मोदी ने? भाषण में कांग्रेस पार्टी के बारे में उन्होंने गलत बोला. मेरे बारे में तो बोलते ही हैं. पूरा का पूरा भाषण और समय उन्होंने कांग्रेस पार्टी के बारे में दिया।
क्या हुआ मामला-
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विभिन्न मंत्रालयों ने संसद में विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों पर विस्तृत जवाब दिए. बेरोजगारी और भारत-चीन मुद्दे पर राहुल गांधी के सवालों के बारे में पूछे जाने पर पीएम मोदी ने कहा, “मैंने हर विषय पर तथ्य दिए हैं और तथ्यों के आधार पर हर विषय पर बात की है. कुछ विषयों पर, हमारे विदेश मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय ने दिया है. विस्तृत जवाब और जहां कहीं जरूरी था, मैंने भी बोला था. मैं उस व्यक्ति को कैसे जवाब दूं जो नहीं सुनता, और सदन में नहीं बैठता है?”