उत्तर प्रदेश में कई जिलों के नाम बदले जाने के बाद अब नाम बदले जाने का सिलसिला मध्यप्रदेश में भी शुरू हो चूका है। गुरुवार को केंद्र सरकार से नाम बदलने की मंजूरी मिलने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसका ऐलान कर दिया है। उन्होंने एलान करते हुए बताया कि, मध्य प्रदेश का होशंगाबाद अब नर्मदापुरम और टीकमगढ़ जिले के शिवपुरी को कुंडेश्वर धाम के नाम से जाना जाएगा, साथ ही प्रख्यात पत्रकार और कवि माखनलाल चतुर्वेदी की जन्मस्थली बाबई का नाम बदलकर माखन नगर कर दिया गया है।
सीएम शिवराज ने देर रात ट्वीट कर कहा, पवित्र नर्मदातट पर बसे होशंगाबाद शहर को अब मध्यप्रदेश की प्राणदायिनी मैया नर्मदा की जयंती के शुभ दिन से ‘नर्मदापुरम’ कहा जाएगा. पूर्व में ही संभाग का नाम नर्मदापुरम किया जा चुका है. पवित्र नर्मदातट पर बसे होशंगाबाद शहर को अब मध्यप्रदेश की प्राणदायिनी मैया नर्मदा की जयंती के शुभ दिन से ‘नर्मदापुरम’ कहा जायेगा। पूर्व में ही संभाग का नाम नर्मदापुरम किया जा चुका है।
उन्होंने आगे कहा कि, होशंगाबाद में स्थित बाबई महान कवि, लेखक और पत्रकार आदरणीय माखनलाल चतुर्वेदी जी की जन्मस्थली है. मुझे तोड़ लेना बनमाली, उस पथ पर देना तुम फेंक! मातृ-भूमि पर शीश- चढ़ाने, जिस पथ पर जावें वीर अनेक… जैसी पंक्तियों के रचयिता के गृह नगर बाबई को हम अब माखन नगर के नाम से जानेंगे।
साथ ही मध्य प्रदेश के सीएम ने एक और ट्वीट में लिखा, होशंगाबाद को ‘नर्मदापुरम’ और बाबई को ‘माखन नगर’ करने का प्रस्ताव मध्यप्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार को भेजा था, जिसे स्वीकृति मिल गई है. जन आकांक्षाओं के अनुरूप इस सुखद निर्णय के लिए माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार के प्रति हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।
इन जगहों के नाम बदलने पर जोर
बता दें कि, सूबे की सत्ता पर काबिज बीजेपी के नेता चुन-चुनकर ऐतिहासिक जगहों और शहरों के नाम बदलने की मांग कर रहे हैं. भोपाल का ईदगाह हिल्स, इकबाल मैदान, हबीबगंज स्टेशन और होशंगाबाद वो जगहें हैं जिनके नाम बदलने की मांग ने जोर पकड़ा था. इनमें से हबीबगंज स्टेशन का नाम पिछले ही दिनों रानी कमलापति रेलवे स्टेशन कर दिया गया था और अब होशंगाबाद का नाम बदल दिया गया।