बेंगलुरु: एक कांट्रेक्टर की खुदकुशी मामले में कथित रोल के चलते विवादों में उलझे मंत्री केएस ईश्वरप्पा फिलहाल सरकार में बने रहेंगे। गुरुवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई ने स्पष्ट किया। सीएम ने कहा, “पोस्टमार्टम हो चुका है. प्रारंभिक जांच शुरू होने दीजिए. इस जांच के परिणाम के आधार पर हम आगे की कार्रवाई तय करेंगे.”
गौरतलब है कि बोम्मई सरकार के ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री ईश्वरप्पा पर एक कांट्रेक्टर संतोष पाटिलने “40% कमीशन” मांगने के आरोप लगाए थे। पाटिल ने कथित तौर पर मंगलवार को खुदकुशी कर ली। संतोष के पाटिल का शव निजी लॉज के एक कमरे में मिला था। इस ठेकेदार ने व्हाट्सएप संदेश में ईश्वरप्पा पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उडुपी में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी।
अपने संदेश में बोम्मई ने लगाया आरोप-
इस संदेश में उन्होंने आरोप लगाया था कि, उसकी मृत्यु के लिए ईश्वरप्पा जिम्मेदार हैं. मामला सामने आने के बाद विपक्षी पार्टी कांग्रेस की ओर से लगातार ईश्वरप्पा के इस्तीफे की मांग की जा रही है. पार्टी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी और बोम्मई सरकार, मंत्री को बचा रही है।
बोम्मई ने एनडीटीवी से कहा, “मैं किसी तरह के दबाव में नहीं हूं. हाईकमान का इससे कुछ लेना-देना नहीं है. यह पूरी तरह से प्रारंभिक जांच पर निर्भर है जिसके आधार पर फैसला लिया जाएगा. ” क्या ईश्वरप्पा के कैबिनेट में रहते हुए निष्पक्ष जांच संभव हो पाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, “आप या मैं जो सोच रहे हैं, वह महत्वपूर्ण नहीं है. मामले के तथ्य क्या है, यह बात मायने रखती है.” खुद ईश्वरप्पा ने इस्तीफा देने से इनकार किया है. इस सप्ताह की शुरुआत में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा था, “यदि वे मेरे इस्तीफे की मांग कर रहे हैं लेकिन मैं इस्तीफा नहीं दूंगा.”