बेंगलुरु: कर्नाटक में चल रहा हिजाब विवाद अब संसद तक पहुंच गया है। कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक विधानसभा में दोनों सदनों का बहिष्कार करने का एलान किया। उन्होंने कहा कि, जब तक पंचायती राजमंत्री के एस ईश्वरप्पा पर देशद्रोह के आरोप में कार्रवाई नहीं की जाती. दरअसल, ईश्वरप्पा ने कहा था कि भगवा झंडा कभी भी राष्ट्रीय ध्वज बन सकता है और इसे लालकिले की प्राचीर पर फहराया जा सकता है. राज्य इकाई के प्रमुख डीके शिवकुमार ने मंत्री को “ठग” कहा और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई द्वारा उन्हें बर्खास्त करने और उनके खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की।
डी. शिवकुमार ने कहा कि, बीजेपी के ये मंत्री ठग हैं. देश की छवि दांव पर है. वे राष्ट्रीय ध्वज को बदलना चाहते हैं. ये देश के कानून के खिलाफ है. फिर भी राज्यपाल ने उन्हें बर्खास्त नहीं किया और न ही देशद्रोह का मामला लगाया. हम उनके इस्तीफे की और मामला दर्ज करने की मांग करते हैं. जरूरत पड़ी तो हम रातभर विधानसभा में साएंगे और पूरे दिन प्रदर्शन करेंगे. कांग्रेस ने इससे पहले भाजपा को कार्रवाई के लिए गुरुवार सुबह 11 बजे का समय दिया था।
पंचायत राज मंत्री के एस ईश्वरप्पा ने कहा-
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक के ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री के एस ईश्वरप्पा ने कहा कि, सैकड़ों साल पहले श्री रामचंद्र और मारुति के रथों पर भगवा झंडे थे. क्या तब हमारे देश में तिरंगा झंडा था? अब यह (तिरंगा) हमारे राष्ट्रीय ध्वज के रूप में निर्धारित है. इस देश का भोजन ग्रहण करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को इसका सम्मान करना चाहिए. इस पर कोई सवाल ही नहीं उठता है.” पत्रकारों के एक सवाल पर कि क्या लाल किले पर भगवा झंडा फहराया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि आज नहीं, भविष्य में किसी दिन” उन्होंने कहा, ‘‘देश में आज हिंदू विचार और हिंदुत्व की चर्चा हो रही है. एक समय लोग हंसते थे जब हम कहते थे कि अयोध्या में राम मंदिर बनेगा, क्या हम इसे अभी नहीं बना रहे हैं? इसी प्रकार भविष्य में किसी समय 100 या 200 अथवा 500 वर्षों के बाद भगवा ध्वज राष्ट्रीय ध्वज बन सकता है. मुझे नहीं पता.’