गुरू जी को श्रदांजली देते हुये भावुक हुये डिप्टी सीएम
कल शाम प्रयागराज से एक दुखद खबर आई जिसनें सबको चौंका कर रख दिया, कल शाम को अचानक अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष व प्रयागराज स्थित बाघम्बरी मठ के महंत स्वामी नरेन्द्र गिरि के आत्महत्या करने की खबर आई, जिसके बाद प्रदेश सहित पूरे देश में हड़कम्प मच गया। अचानक आई इस खबर ने एकदम से सबको हतप्रभ करके ऱख दिया। सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक महंत नरेन्द्र गिरि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के गुरू भी थे। भावुक होकर बोलते हुये डिप्टी सीएम मौर्य ने बताया वो गुरू जी से कल ही मिलने गये थे, तब तक तो सब ठीक था वो बड़े प्यार से बात कर रहे थे, उनके हाव-भाव से ऐसा कुछ लग नहीं रहा था कि वो कुछ गलत कदम उठा लेंगे, लेकिन अचानक ऐसा क्या हो गया कि गुरू जी ने इतना गलत कदम उठा लिया।
बोले डिप्टी सीएम दोषी बख्से नहीं जायेंगे
बाघम्बरी मठ के मंहत की हत्या व आत्महत्या की गुत्थी के बीच, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि अगर ये घटना आत्महत्या न होकर, कोई पूर्व निय़ोजित साजिश है, जिसकी आशंका लगातार जताई जा रही है, तो जो भी घटना के पीछे दोषी होंगे बख्से नहीं जायेंगे। उन्होने मीडिया को दी गई जानकारी में दोहराते हुये कहा कि हम किसी को छोडेंगे नहीं, मामले की उच्च से उच्च स्तरीय जाँच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की जायेगी।
पंखे से लटका मिला था महंत का शव
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक महंत नरेंद्र गिरि की हत्या-आत्महत्या की अटकलों के बीच उनके शिष्यों ने बताया कि महंत नरेन्द्र गिरि दोपहर में आराम करने के बाद 4 बजे मठ के अपने कमरे से बाहर आते थे, लेकिन जब वो नहीं आये तो उन्हें बुलाया गया, जब कोई प्रतिउत्तर नहीं मिला तो दरवाजा तोड़ा गया, जिसके बाद उनका शव पंखे से लटका पाया गया। शव के साथ ही उनके पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है, जिसमें उन्होने अपने पूर्व शिष्य आनंद गिरि पर मानसिक रूप से परेशान करने का आरोप लगाया है।