चंडीगढ़: पंजाब की सियासत में अदला बदली देखने को मिल रही है। कांग्रेस पार्टी के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पार्टी से अलग होने के बाद अपनी पार्टी का एलान किया था, जिसके बाद सोमवार को बीजेपी ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव सिंह ढींढसा की पार्टी के साथ गठबंधन का एलान किया है।
मिली जानकारी के अनुसार, बीजेपी और अन्य दोनों पार्टियों के गठबंधन के एलान के बाद समझौते के तहत पंजाब में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर 65 सीटों पर लड़ेगी, अमरिंदर की पार्टी 37 सीटों पर लड़ेगी और 15 सीटों पर ढींढसा की पार्टी मैदान में उतरेगी. पंजाब में 20 फरवरी को सभी 117 सीटों पर वोट डाले जाएंगे और 10 मार्च को नतीजे आएंगे।
बता दे की, अमरिंदर सिंह की पार्टी ने एक दिन पहले ही उम्मीदवारों का ऐलान किया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक दिन पहले यानी 22 सीटों पर अपनी पार्टी के उम्मीदवारों का ऐलान किया है. इस लिस्ट में भारतीय हॉकी टीम के पूर्व खिलाड़ी अजीत पाल सिंह का नाम भी शामिल है, वही ढींढसा की पार्टी शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) है।
पटियाला से अमरिंद्र सिंह लड़ेंगे चुनाव-
कैप्टन खुद पटियाला शहर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. अमरिंदर ने सीटों पर नामों की घोषणा करते हुए कहा था, हमने अच्छे उम्मीदवारों को उनके जीतने की संभावनाओं के आधार पर मैदान में उतारा है, साथ ही विभिन्न समुदायों और धर्मों के प्रतिनिधित्व का भी ध्यान रखा है। पंजाब लोक कांग्रेस को जो 37 सीटें मिली हैं, उसमें 26 सीटें मालवा क्षेत्र से आती हैं, जहां कैप्टन के परिवार का काफी प्रभाव माना जाता है. यह रीजन पहले के पटियाला की शाही रियासत के तहत आता है। इसी क्षेत्र से कैप्टन अमरिंदर सिंह ने वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ी बढ़त हासिल की थी, इसमें उनके कृषि सुधारों का बड़ा योगदान था।