नई दिल्ली: पंजाब में आम आदमी पार्टी एक्शन में दिख रही है, जिसपर विपक्षी नेता निशाना साधते दिख रहै है। चंडीगढ़ में केंद्रीय सेवा नियम लागू किए जाने के बाद गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर पंजाब के सीएम भगवंत मान ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
भगवंत मान ने एक ट्वीट करते हुए लिखा कि केंद्र सरकार चंडीगढ़ प्रशासन में अन्य राज्यों और सेवाओं के अधिकारियों और कर्मियों को चरणबद्ध तरीके से लगा रही है. जो कि पंजाब पुनर्गठन अधिनियम 1966 के खिलाफ है. पंजाब चंडीगढ़ पर अपने सही दावे के लिए मजबूती से लड़ेगा।
पंजाब में आम आदमी पार्टी ने भाखड़ा-ब्यास प्रबंधन बोर्ड के भर्ती नियमों में बदलाव किया है, जिसका मुद्दा अब गरमाता हुआ दिख रहा है। यह मुद्दा पिछले कुछ दिनों से काफी छाया हुआ है. पंजाब के सभी राजनीतिक दलों की ओर से नियमों में हुए बदलाव का विरोध किया जा रहा है।
विपक्षी दलों की यह है दलिल-
विपक्षी दलों ने कहा है कि बीबीएमबी के नियमों तब्दीली की वजह से पंजाब के अधिकार घट जाएंगे. केंद्र ने हाल ही में बीबीएमबी में हरियाणा और पंजाब की स्थायी सदस्यता को खत्म करने का फैसला लिया था. पहले बीबीएमबी के एक सदस्य के रूप में पंजाब के बिजली विभाग और एक सदस्य हरियाणा के सिंचाई विभाग से तैनात होता था. लेकिन केंद्र के नए संशोधित नियमों के बाद अब दूसरे प्रदेशों से भी सदस्य पद पर नामित किए जा सकते हैं।