नई दिल्ली: किसान आंदोलन के बाद केंद्र सरकार ने तीनों नए कृषि कानूनों को वापस ले लिया है, लेकिन अभी भी किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य की गैरेंटी पर कानून की मांगो पर अड़े हुए है। इस मामले पर शनिवार को किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि, किसानों की उपज के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाने की लड़ाई जारी रहेगी।
उन्होंने कहा कि, यह कानून किसानों के लिए बहुत जरूरी है. वह इसके लिए अपना संघर्ष जारी रखेंगे। उन्होंने कू पर एक पोस्ट किया कि आंदोलन में किसानों के परिजनों ने अपने 700 से अधिक अपनों को खोया है. पिछले साल के इन दिनों को किसान कभी नहीं भूलेंगे। एमएसपी किसानों की रीढ़ है. किसान खेती का भविष्य बचाने के लिए MSP गारंटी कानून चाहते हैं. लड़ाई जारी है, लड़ाई जारी रहेगी।
बता दे कि, 31 तरीक से बजट सत्र शुरू होने वाला है ऐसे में देखना ये होगा की किसानों को इस बजट में क्या फायदा मिलेगा, क्युकी किसान आंदोलन के बाद से अब किसानों को बजट से उम्मीद है की शायद उन्हें बजट में रहत मिले।