सीएम के रूप में चरणजीत सिंह चन्नी की हुई ताजपोशी
पंजाब में अचानक हुये सियासी घटनाक्रम के बीच पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिहं के इस्तीफे व रविवार को पंजाब कांग्रेस की ओर से चरणजीत सिंह चन्नी को विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद आज वरिष्ठ कांग्रेसी नेता चरणजीत सिंह चन्नी ने पंजाब के 17वें मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, और इसी के साथ वो पंजाब के नये मुख्यमंत्री बन गये हैं। राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने उन्हें पद व गोपनियता की शपथ दिलाई। उनके साथ ही कई अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी मंत्री पद की शपथ ली, जिनमें सुखविंदर सिंह संधावा व ओपी सोनी सहित कई अन्य नाम शामिल है।
पद संभालने के साथ ही बढ़ी जिम्मेदारियाँ
पंजाब में कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ता से लेकर मुख्यमंत्री बनने तक का सफर तय करने वाले चरणजीत सिंह चन्नी के आगे चुनौतियाँ कम नहीं हैं। पंजाब में अभी कुछ महीनों बाद यानी 2022 की शुरूआत में ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में एक नये मुख्यमंत्री के तौर पर राजकाज के साथ ही उनकी राजनैतिक जिम्मेदारियाँ भी बढ़ेगी। उधर होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुये पार्टी में चल रहे मतभेदों को भी सुलझाना उनकी प्राथमिकता में शामिल होगा।
पार्टी ने दिया सरप्राइज गिफ्ट
बेटे की सगाई की तैयारियाँ कर रहे चरणजीत सिंह चन्नी को अचानक से मुख्यमंत्री बनाया जाना उनके लिये किसी सरप्राइज गिफ्ट से कम नहीं हैं। उनके परिजनों के मुताबिक पिता जी ने कभी भी मुख्यमंत्री बनने की रेस में शामिल नहीं हुये, लेकिन उनकी छवि पार्टी के लिए समर्पित एक सुलझे हुये, मिलनसार नेता की रही है, उनके ट्रैक रिकार्ड को देखते हुये ही पार्टी ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाते हुये सरप्राइज गिफ्ट दिया है। उधर राजनैतिक विश्लेषकों के मुताबिक कांग्रेस, बीजेपी की उसी तकनीक को अपना रही है जिसमें बीजेपी अक्सर एक स्वच्छ छवि के नेता को सरप्राइज देते हुये मुख्यमंत्री पद सौंप देती है।