नई दिल्ली: BharatPe के संस्थापक अशनीर ग्रोवर के इस्तीफे के बाद अब कंपनी ने अपने बयान में बडा खुलासा किया है। ग्रोवर अब कर्मचारी, निदेशक या संस्थापक नहीं हैं। BharatPe ने यह भी कहा है कि, उनका परिवार वित्तीय गड़बड़ियों में शामिल था। ग्रोवर ने आरोप लगाया था कि, उनपर आधारहीन आरोप लगाए जा रहे हैं और इसके चलते वो लंबी और अकेली लड़ाई लड़ रहे थे।
BharatPe ने आरोप लगाया है कि, सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर के परिवार और उनके संबंधियों ने कंपनी के कोष का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग किया है. अभी कुछ दिनों पहले आर्थिक अनियमितताओं के चलते अशनीर की पत्नी माधुरी जैन ग्रोवर को भी कंपनी से बर्खास्त कर दिया गया था।
BharatPe ने अपने बयान में लगाया आरोप-
कंपनी ने आरोप लगाया था कि वो ग्रोवर को आरोपों में घसीटने के साथ-साथ कंपनी की ब्रांड वैल्यू को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं. उन्होंने लिखा, ‘2022 की शुरुआत से ही, मुझे आधारहीन आरोपों में घसीटा जा रहा है, मुझपर और मेरे परिवार पर हमला किया जा रहा है. वो बस मुझे ही चोट नहीं पहुंचा रहे हैं, उस कंपनी की प्रतिष्ठा को भी चोट पहुंचा रहे हैं, जिसे बचाने का दावा वो कर रहे हैं.’
क्या था कंपनी का बयान-
BharatPe ने बुधवार को कंपनी ने एक बयान में कहा, ‘निदेशक मंडल ग्रोवर परिवार के निंदनीय आचरण से भारतपे, इसके मेहनती कर्मचारियों और विश्व स्तरीय प्रौद्योगिकी की प्रतिष्ठा को धूमिल नहीं होने देगा। ग्रोवर अपने गलत कामों की वजह से अब कंपनी के संस्थापक या निदेशक या कर्मचारी तक नहीं हैं.’