KNEWS DESK – वाहन निर्माता कंपनियां रेनॉल्ट-निसान ने इस साल की शुरुआत में भारतीय बाजार में अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो का विस्तार करने के लिए एक महत्वपूर्ण योजना का खुलासा किया था| कंपनियां कई तरह के मॉडल पेश करेंगी| जिनमें नेक्स्ट जेनरेशन रेनॉल्ट डस्टर, ट्राइबर प्लेटफॉर्म पर आधारित एक निसान एमपीवी, डस्टर पर आधारित 5-सीटर निसान एसयूवी और एक ए-सेगमेंट इलेक्ट्रिक कार शामिल है| दोनों कंपनियां सीएमएफ-ए ईवी आर्किटेक्चर पर निर्मित एंट्री-लेवल ईवी पेश करने की तैयारी कर रही हैं, जो इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए इस ज्वाइंट वेंचर का डिजाइन किया गया एक मॉड्यूलर प्लेटफॉर्म है, जो कॉम्पैक्ट सेडान और एसयूवी के लिए उपयुक्त है|
सीईओ मकोतो उचिदा ने कहा
जापान में चल रहे टोक्यो मोटर शो के दौरान, निसान मोटर कॉरपोरेशन के सीईओ मकोतो उचिदा ने एक नए “अफोर्डेबल ग्लोबल ईवी” के डेवलपमेंट की पुष्टि की, जो भारतीय बाजार में भी आ सकती है| उचिडा ने इस बात पर जोर दिया कि कंपनी अपनी महत्वाकांक्षी योजनाओं का खुलासा करते हुए भविष्य के लिए किफायती ए-सेगमेंट ईवी लाने की दिशा में लगातार काम कर रही है| निसान ईवी उद्योग में चीनी वाहन निर्माताओं द्वारा की गई तेज विकास से परिचित है और सेगमेंट में अपने अनुभव का लाभ उठाते हुए किफायती ईवी के साथ बाजार में अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करना चाहती है| कंपनी का पहला लक्ष्य एक ईवी पेश करने के साथ लागत की प्रतिस्पर्धा को बढ़ाना है, जो खरीदारों के बड़े वर्ग को आकर्षित करता है|
ऑल-इलेक्ट्रिक प्लेटफॉर्म का निर्माण
आईसीई प्लेटफॉर्म से हटकर, निसान एक ऑल-इलेक्ट्रिक प्लेटफॉर्म के निर्माण की तैयारी कर रही है| कंपनी के लाइनअप में मैग्नाइट ईवी की संभावना के बारे में पूछे जाने पर, एएमआईईओ क्षेत्र (अफ्रीका, मध्य पूर्व, भारत, यूरोप और ओशिनिया) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और मुख्य योजना अधिकारी फ्रेंकोइस बैली ने एक निर्णायक दृष्टिकोण व्यक्त करते हुए कहा, “हमारा दृष्टिकोण या तो पूरा-प्रवेश या प्रवेश न करने का है| हमने ईवी के लिए पूरी ताकत लगाने का फैसला किया है, क्योंकि हम भारत में ईवी की मजबूत विकास क्षमता को लेकर आश्वस्त हैं|
किफायती ईवी
कंपनी वर्तमान में महत्वपूर्ण ईवी कंपोनेंट्स के उत्पादन को लोकलाइज करने की दिशा में पूरी क्षमता से कार्य कर रही है| इस प्रयास का प्राथमिक उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उनके निर्मित इलेक्ट्रिक वाहन लागत-प्रतिस्पर्धी और भारतीय बाजार के लिए आसानी से उपलब्ध रहे| सेल और बैटरी के उत्पादन को लोकलाइज करके, निसान का लक्ष्य विनिर्माण लागत को कम करना है, और भारत में ग्राहकों के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को अधिक किफायती और आर्थिक रूप से व्यवहारिक बनाना है|