मरने के बाद भी देना पड़ता है ‘किराया’, शुल्क न देने में अगर देरी हुई तो कब्र से निकाल देते हैं बाहर शव! जानिए पूरी कहानी 

Knews  Desk: कब्रिस्तान में आपको देखने को मिलेगा कि शुल्क न देने पर शव को कब्र से बाहर निकाल दिया जाता है.

अक्सर आप ने सुना होगा कि जिंदा में तो सुकून से नहीं रहने दिया,मगर मरने के बाद तो चैन की सांस लेने दो,वहीं मौत के बाद सबसे शांती की जगह कोई होती हैं तो वह हैं शमशान  या कब्रिस्तान.मगर एक ऐसी जगह जहां मुर्दो को भी सुकून नहीं है.उन्हें वहां रहने के लिए देने पड़ता हैं किराया.जी हां सच है यें.

मध्य अमेरिका देश के ग्वाटेमाला में ऐसा होता है.जहां जगह की कमी चलते कई ऊंची ऊंची इमारतों में कब्रिस्तान बनाई गई है.जहां कब्र के लिए किराया देना पड़ता है.और इस कब्र में रहने के लिए मुर्दो को देना पड़ता है किराया अगर समय पर किराया नहीं मिलता है तो शव को कब्र से निकाल कर बाहर सामूहिक कब्र में रख दिया जाता है,और उसकी जगह किसी और शव को दफना दिया जाता है.वहीं इस कब्र का किराया सबसे महंगा होता है.

आपको बता दें कि जगह की कमी की वजह से कई मंजिला इमारत से बना कब्रिस्तान जहां एक कब्र के ऊपर दूसरी कब्र बना दी जाती है.यहां के लोग अपने जिंदा रहते हुए ही अपने कब्रिस्तान में अपनी किराए की जगह का इंतजाम कर लेते है.और यहां के गरीब जनता को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

वहीं इस मामले में अधिकारियों का कहना हैं कि ज्यादा आबादी व जगह की कमी की वजह  से ऐसी परेशानी होती है.जिसको देखते हुए हर एक गांव के बाहर सामूहिक कब्रिस्तान बनाया गया है.

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