कुप्रथा : ऐसा देश जहां पिता ही होता हैं पति,बेटी को बनना पड़ता हैं पत्नी?

दुनिया में सभी समाज व धर्म की अपने-अपने जीनें के तौर तरीके है.और उनकी परंपरा है.कई समाज की परंपरा तो बिल्कुल अलग ही होती है.जिसके बारें में हम आप नहीं जानते हैं.ऐसी ही एक परंपरा के बारे में बताने जा रहे हैं.जिसको पढ़कर आप हैरान हो जाएंगे.

केन्यूज डेस्क: दुनियाभर में एक से बढ़कर एक परंपरा है.तो कई ऐसे रीति-रिवाज हैं जिनके बारे में हम आप जानते ही नहीं है.क्योंकि सभी की परंपरा व रीति-रिवाज बिल्कुल अलग होते हैं.ऐसी परंपरा के बारे में हम आपको बताने जा रहें हैं.जिसको पढ़कर आप दातों तलें उगंली दबा लेगें.दुनिया कि एक ऐसी बिरादरी है जहां पर बेटी का हमसफर कोई और नहीं बल्कि उसका पिता होता है. जी हां आपने सही पढ़ा यहां मां का पति व बेटी का पति एक ही होता है.

एक रिपोर्ट के अनुसार ये बिरादरी बांग्लादेश के दक्षिण पूर्व में मधोपुर जंगल में रहती है. ये बिरादरी आदिवासी जाति से आती है.जिसका नाम ‘मंडी’ है.मंडी बिरादरी के लोग ज्यादातर लोगों ने इस समय ईसाई समुदाय में चलें जा चुके हैं.और यहां परिवार पर महिलाओं का राज चलता है.वहीं एक मीडिया रिपोर्ट में छपी खबर के अनुसार इस बिरादरी की एक महिला का कहना हैं कि  ,”हमें अपनों के लिए कुछ चीजें करनी ही पड़ती हैं. क्योंकि हमे अपनों की जायदाद को बचाना होता है. बेटी की पिता से शादी कुछ जरूरी चीजों के तहत लिया जाता है.”

वहीं मंडी बिरादरी के लोगों का कहना हैं कि यह परंपरा अभी से नहीं बल्कि पूर्वजों से चली आ रही है.जिसका निर्वाहन वह लोग भी कर रहें हैं.वहीं पिता से शादी को लेकर संबधों का एक अलग दांव भी है.लेकिन इस कुप्रथा से कुछ युवतियां भागना चाहती हैं.कई लड़कियों की जिंदगी पर गलत प्रभाव पड़ है. मतलब यह कि उनकी जिंदगियां बर्बाद हो जाती हैं. हालांकि अब धीरे-धीरे इस कुप्रथा को खत्म किया जा रहा है, क्योंकि नए जमाने की लड़कियां इस रिवाज  को सही नहीं मान रही हैं और वो इसका विरोध कर रही हैं.

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